Kishtwar Attack: हमलावरों की तलाश में किश्तवाड़ में सर्च ऑपरेशन दूसरे दिन भी जारी, शहीद एसपीओ को दी श्रद्धांजलि
डीआईजी डीसी किश्तवाड़ एडीसी किश्तवाड़ सहित पुलिस सेना और सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद को सर्वोच्च बलिदान के लिए श्रद्धांजलि दी।
किश्तवाड़, जेएनएन। जिला किश्तवाड़ के दच्छन इलाके में पुलिस जवानों पर हमला करने वाले हमलावरों की धरपकड़ के लिए आज मंगलवार को भी पुलिस व सेना के जवानों का संयुक्त अभियान जारी है। पुलिस के एसओजी के जवानों और सेना ने टंडर इलाके की घेराबंदी कर रखी है और पुलिस जवानों के हथियार लेकर फरार हुए हमलावरों को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। इसी बीच किश्तवाड़ जिला पुलिस लाइन में पुलिस व सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने शहीद पाशिद इकबाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पूर्व पत्रकारों से बात करते हुए डीआईजी अब्दुल जब्बार ने कहा कि हमलावरों को बख्शा नहीं जाएगा। वह टंडर इलाके में मौजूद हैं और उन्हें ढूंढ निकालने के लिए सेना व पुलिस मिलकर प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि एसएसपी किश्तवाड़ सहित सेना के कई अधिकारी लगातार तलाशी अभियान की निगरानी कर रहे हैं। लगता है कि हमलावर कहीं शरण लिए हुए हैं।
इसी बीच शहीद एसपीओ पाशिद इकबाल को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए आज जिला पुलिस लाइन किश्तवाड़ में श्रद्धांजलि समारोह आयोजित किया गया। डीआईजी, डीसी किश्तवाड़, एडीसी किश्तवाड़ सहित पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के अधिकारियों ने पुष्पांजलि अर्पित कर शहीद को सर्वोच्च बलिदान के लिए श्रद्धांजलि दी।
हमले को आतंकी कनेक्शन से जोड़कर भी देखा जा रहा: जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले के दच्छन के दूरदराज टंडर क्षेत्र में सोमवार दोपहर को दो हमलावरों ने जम्मू कश्मीर पुलिस के दो एसपीओ (स्पेशल पुलिस आफिसर) पर हमला कर दिया। इस हमले में एक एसपीओ शहीद और दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया। वारदात के बाद हमलावर पुलिसकर्मियों के हथियार व मैगजीन लेकर जंगल की ओर भाग निकले। हमलावरों की तलाश में सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर अभियान चला रखा है। इस बीच, गंभीर रूप से घायल एसपीओ को जम्मू रेफर कर दिया गया है। वहीं इस हमले को आतंकी कनेक्शन से जोड़कर भी देखा जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने जांच भी शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार, एसपीओ विशाल पुत्र चंदेल सिंह निवासी तत्तापानी, पाडर और पाशिद इकबाल पुत्र जावेद इकबाल निवासी पलमाार दच्छन इलाके की टंडर पोस्ट पर तैनात थे। परिजनों से बात करने के लिए दोनों जवान मोबाइल नेटवर्क पकडऩे के लिए जब ऊंचाई वाले इलाके की ओर जा रहे थे तो वहां पहले से ही मौजूद दो हमलावरों ने तेजधार हथियारों से उनपर हमला कर दिया। माना जा रहा है कि हमला कुल्हाड़ी या दराती से किया गया है। इस हमले में दोनों जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। घायल जवानों के चिल्लाने की आवाज सुनकर पोस्ट पर तैनात दूसरे जवान मौके पर पहुंचे। तब तक हमलावर घायलों के हथियार लेकर फरार हो चुके थे। दोनों जवानों को किसी तरह पोस्ट पर पहुंचाया गया। इस दौरान जवान पाशिद इकबाल ने दम तोड़ दिया।
इस बीच, हमले की सूचना मिलते ही सेना व पुलिस के जवानों ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया था। एसपी किश्तवाड़ डॉ. हरमीत सिंह मेहता कुछ ही समय बाद घटनास्थल पर पहुंच गए। इस बीच, आइजी जम्मू मुकेश सिंह और डीआइजी डोडा-रामबन-किश्तवाड़़ अब्दुल जवार भी हेलीकॉप्टर से इलाके में पहुंचे और पूरी स्थिति का जायजा लिया। इस बीच, घायल दूसरे जवान की गंभीर हालत होने पर उसे जम्मू रेफर कर दिया गया।
20 दिन पहले ही जमानत पर छूटा था हमलावर : आइजीपी जम्मू मुकेश सिंह के अनुसार, दोनों एसपीओ पोस्ट से कुछ ही दूरी पर गश्त पर थे, जब उन पर हमला हुआ। हमलावरों की पहचान आशिक हुसैन और बशारत हुसैन दोनों निवासी टंडर, दच्छन, किश्तवाड़ के रूप में हुई है। इनमें से आशिक हुसैन की 20 दिन पहले ही जमानत हुई थी। उस पर बलात्कार का मामला चल रहा है। दोनों हमलावरों को पकडऩे के लिए अभियान जारी है। वहीं सूत्रों के अनुसार, क्षेत्र में कोरोना वायरस के चलते आशिक हुसैन की जमानत हुई थी।