Mata Kheer Bhawani Srinagar: माता क्षीर भवानी मेले में बड़ी संख्या में घाटी जाएंगे कश्मीरी हिंदू, पहला जत्था पांच जून को रवाना होगा
माता क्षीर भवानी के दरबार में माथा टेकने व दूध खीर फूल आदि चढ़ाने के लिए लगभग छह निजी बसों का पहला काफिला पांच जून को जगटी से रवाना होगा। 10 दिन भ्रमण पर होगा। इसी तरह का जत्था छह जून को रवाना होगा।
जम्मू, जागरण संवाददाता । कश्मीरी हिंदू कर्मी राहुल भट्ट की हत्या कर आतंकियों की साजिश अन्य कश्मीरी हिंदुओं में दहशत पैदा करना था, लेकिन विस्थापित होकर देश-विदेश में बसे कश्मीरी हिंदुओं में इस बार कश्मीर में क्षीर भवानी मेले में जाने को लेकर खासा उत्साह है। वे गांदरबल में तुलमुला स्थित मां राघेन्या (माता क्षीर भवानी मेला) के मंदिर में दर्शन को बेताब हैं।
आठ जून को ज्येष्ठ अष्टमी पर बड़ी संख्या में कश्मीरी हिंदू घाटी पहुंच रहे हैं। पहला जत्था पांच जून को रवाना होगा। सरकार की ओर से 60 बसों की व्यवस्था की जा रही है। निजी तौर पर 15 बसें घाटी जाएंगी। इसकी व्यवस्था जगटी टेनेमेंट कमेटी कर रही है। अपने स्तर पर भी कश्मीरी हिंदू घाटी जाएंगे और माता के दर्शन करेंगे।
माता क्षीर भवानी के दरबार में माथा टेकने व दूध, खीर, फूल आदि चढ़ाने के लिए लगभग छह निजी बसों का पहला काफिला पांच जून को जगटी से रवाना होगा। 10 दिन भ्रमण पर होगा। इसी तरह का जत्था छह जून को रवाना होगा। इसमें सवार श्रद्धालु मां क्षीर भवानी के दरबार तो जाएंगे। मट्टन में स्थित मंदिर, रानी मंदिर, बाबा ऋषि, ज्येष्ठा मंदिर भी जाएंगे। सरकारी बसों का काफिला सात जून को जगटी से रवाना होगा जोकि उसी दिन शाम को तुलमुला पहुंच जाएगा। अगले दिन श्रद्धालु माता क्षीर भवानी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे।
जगटी टेनेमेंट कमेटी के प्रधान शादी लाल पंडिता ने कहा कि पिछले दो साल से कोरोना की मार रही। ऐसे में कश्मीरी हिंदू लोग माता क्षीर भवानी के दर्शन के लिए तुलमुला नही जा पाए। ऐसे में अनेक कश्मीरी हिंदू अब तुलमुला जाने को तैयार बैठे हैं। इसके लिए खास व्यवस्था की गई है। कश्मीरी हिंदू अपने माइग्रेंट रिलीफ जोन में जाकर अपना नाम दर्ज करवा कर यात्रा के लिए स्लिप ले सकते हैं। अगर कोई दिक्कत आती है तो अवगत कराया जा सकता है। श्रद्धालुओं की सहायता के लिए एक कमेटी का गठन कर दिया गया है जोकि हर पल लोगों की सहायता के लिए तैयार रहेगा। देश के अन्य राज्योें और विदेशों से विस्थापित अपने परिवारों के साथ पहळ्ंचेंगे। प्रशासन ने मेले को लेकर सळ्रक्षा के प्रबंध कर रखे हैं। जम्मू में भी क्षीर भवानी मेले का आयोजन होता है।