कश्मीरी पंडितों ने मांगा निकाय चुनाव में वोट का हक
जागरण संवाददाता, जम्मू : कश्मीर से विस्थापित होने के बाद से 28 साल से जम्मू में रह रहे पंडिता
जागरण संवाददाता, जम्मू : कश्मीर से विस्थापित होने के बाद से 28 साल से जम्मू में रह रहे पंडितों ने जम्मू नगर निगम निकाय चुनाव के लिए जारी की गई मतदाता सूची में उनके नाम न शामिल किए जाने पर प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। पंडितों का कहना है कि उन्हें जम्मू में रहते इतने साल हो गए। ऐसे में नगर निगम निकाय चुनाव में उन्हें शामिल न कर उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है।
कश्मीरी पंडितों ने कहा कि निकाय चुनाव वार्ड अनुसार करवाए जाते हैं। चुनाव में जीतने वाला कॉरपोरेटर वार्ड की बेहतरी के लिए कार्य करता है। अब जबकि वे 28 साल से जम्मू में रह रहे हैं और विभिन्न कॉलोनियों में रह रहे हैं तो उन्हें यहीं पर कॉरपोरेटर चुनने का अधिकार होना चाहिए। उन्होंने बताया कि वर्ष 2005 में जब जम्मू में चुनाव हुए थे, तो उस दौरान जारी मतदाता सूची में उनके नाम शामिल थे। उन्होंने चुनाव में बढ़-चढ़कर भाग भी लिया था परंतु अब उनके नाम सूची से पूरी तरह से हटा दिए गए हैं।
पंडितों ने चेतावनी दी कि यदि उनके नाम मतदाता सूची में शामिल नहीं किए गए तो वे इसका कड़ा विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि वोट डालना उनका संवैधानिक अधिकार है। जम्मू-कश्मीर का नागरिक होने के नाते वह जहां कहीं भी रहें, उन्हें मतदान का अधिकार है। ऐसे में सरकार को चाहिए कि वे उनके साथ की गई अनदेखी को दूर करे और मतदाता सूचियों में उनके नाम शामिल किए जाएं।