कश्मीर की पहली COVID-19 रोगी महिला के स्वास्थ में सुधार, टेस्ट नेगेटिव आया
इसके बाद भी महिला को 14 दिनों की अवधि के लिए क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा। इस अवधि के बाद एक बार फिर उसके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे।
श्रीनगर, जेएनएन। श्रीनगर के खनियार इलाके में रहने वाली महिला, जो घाटी में कोरोना वायरस काे पहला मामला थी, के स्वास्थ में सुधार हुआ है। डॉक्टरों ने हाल ही में उसके सैंपल जांच के लिए भेजे थे, जो नेगेटिव पाए गए हैं। हालांकि अभी भी महिला को 14 दिन के लिए क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा और उसके बाद डॉक्टर यह तय करेंगे कि उसे छुट्टी दी जाए या नहीं।
खनियार की रहने वाली 67 वर्षीय महिला 18 मार्च को साऊदी अरब में उमराह करने के बाद घाटी घर वापस लौटी थी। श्रीनगर पहुंचने पर उसे स्वास्थ्य विभाग ने परिजनों से अलग क्वारंटाइन केंद्र में रखा। वहां उसके सैंपल लिए गए और जांच के लिए भेजे गए। 18 मार्च को उसकी टेस्ट रिपोर्ट आई जो पॉजीटिव पाई गई। यह कश्मीर में पहला कोरोनावायरस का मामला था। उसे तुरंत श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (स्किम्स) में आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
स्किम्स में कोरोनवायरस के नोडल अधिकारी जीएच यात्तू ने बताया कि हाल ही में कोरोनाग्रस्त महिला के सैंपल जांच के लिए वायरल डायग्नोस्टिक एंड रिसर्च लैब में भेजे गए थे, जो नेगेटिव पाए गए हैं। हांलाकि इसके बाद भी महिला को 14 दिनों की अवधि के लिए क्वारंटाइन केंद्र में रखा जाएगा। इस अवधि के बाद एक बार फिर उसके सैंपल जांच के लिए भेजे जाएंगे। उस रिपोर्ट के आधार पर ही यह तय किया जाएगा कि उसे घर भेजा जाए या नहीं। सनद रहे कि जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण ग्रस्त मरीजों की संख्या 41 पहुंच गई है। यही नहीं इस वायरस से ग्रस्त दो लोगों की मौत भी हो चुकी है।
वहीं नेशनल हेल्थ मिशन के मिशन निदेशक भूपेंद्र कुमार के अनुसार जम्मू-कश्मीर में कुल 6465 लोगों को निगरानी में रखा है। इनमें से 3260 को होम क्वारंटाइन में रखा है। 307 को अस्पतालों में क्वारंटाइन केंद्र में रखा गया है। 735 का सर्विंलांस पीरियड खत्म हो गया है। 2163 को घरों में निगरानी में रखा गया है। कुल 588 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। 542 के टेस्ट नेगेटिव आए हैं।