इस्तीफा नहीं दिया, कार्यकाल पूरा हुआ; सलाहकार विजय कुमार ने इस्तीफे की अटकलों का खंडन किया
के विजय ने टवीटर हैंडल पर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे की खूब अफवाहें चल रही हैं। एक बात स्पष्ट रूप से समझ लीजिए बतौर सलाहकार मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया है।
जम्मू, जेएनएन। जम्मू कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित राज्यों में पुनर्गठित होने से एक दिन पहले ही बुधवार को सलाकार के विजय कुमार का कार्यकाल भी संपन्न हो गया। उन्होंने सलाहकार पद से इस्तीफे की अटकलों का खंडन किया।
सनद रहे कि जम्मू कश्मीर बुधवार को आधी रात के बाद दो केंद्र शासित राज्यों जम्मू कश्मीर और लद्दाख में बदल जाएगा। जम्मू कश्मीर के अंतिम और 13वें राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने प्रशासनिक कामकाज को सुचारु रूप से चलाने के लिए पांच सदस्यीय सलाहकार परिषद बनाई थी। इसमें के विजय कुमार, के स्कंदन, केके शर्मा, खुर्शीद अहमद गनई और फारूक खान शामिल थे। जम्मू कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम वीरवार को पूरी तरह से प्रभावी होने के साथ जम्मू कश्मीर में प्रशासनिक व्यवस्था बदल जाएगी।
सरकार ने भी दिया था स्पष्टीकरण : बुधवार सुबह के विजय कुमार के इस्तीफे की अफवाह फैल गई। हालांकि राज्य सरकार ने बाद में स्पष्टीकरण जारी करते हुए उनके इस्तीफे की खबरों को नकारते हुए कहा कि ऐसा कुछ नहीं है। के विजय कुमार की सेवाएं जम्मू कश्मीर में राज्यपाल सत्यपाल मलिक के कार्यकाल तक ही थी। राज्यपाल का पद जम्मू कश्मीर में समाप्त हो गया है इसलिए उनकी सेवाएं भी खत्म हो गई। के विजय ने टवीटर हैंडल पर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मेरे इस्तीफे की खूब अफवाहें चल रही हैं। एक बात स्पष्ट रूप से समझ लीजिए बतौर सलाहकार मेरा कार्यकाल समाप्त हो गया है।
यहां गुजरा वक्त स्मरणीय : ट्वीटर पर के विजय ने कहा कि मैंने जो भी जम्मू कश्मीर में बतौर सलाहकार वक्त गुजारा है, वह मेरे लिए हमेशा स्मरणीय है। मेरी तरफ से पूर्व राज्यपाल, मेरे साथी सलाहकारों व अन्य सभी लोगों को शुभकामनाएं। उन्होंने राज्य प्रशासन और सुरक्षाबलों विशेषकर जम्मू कश्मीर पुलिस को भी शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री व केंद्रीय गृह मंत्री व उनके कार्यालयों द्वारा दिए गए सहयोग के लिए आभार प्रकट किया है।
शपथ ग्रहण समारोह में होंगे शामिल : सूत्रों ने बताया कि जम्मू कश्मीर केंद्र शासित राज्य के पहले उपराज्यपाल के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए वह वीरवार की दोपहर बाद दिल्ली चले जाएंगे। 1975 बैच के आइपीएस के विजय कुमार का नाम अक्टूबर 2004 में उस समय चर्चा में आया था जब उनके नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स ने दक्षिण भारत के कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पण को मार गिराया था। 67 वर्षीय के विजय कुमार को जून 2018 में जम्मू कश्मीर के तत्कालीन राज्यपाल एनएन वोहरा का सलाहकार बनाया गया था। अगस्त 2018 में वोहरा को राज्यपाल पद से हटाने के बाद उनके स्थान पर नियुक्त राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी विजय कुमार को अपने सलाहकार के रूप में रखा।
किन्हीं दो सलाहाकारों की हो सकती है नियुक्ति : राज्य प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केंद्र शासित जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल चाहें तो वह सत्यपाल के पांचों सलाहकारों में से किन्हीं दो की सेवाएं बहाल रख सकते हैं या फिर चाहें तो दो नए सलाहकार ले सकते हैं। लद्दाख के उपराज्यपाल के लिए सलाहकार का कोई प्रावधान नहीं है। सत्यपाल मलिक को गोवा में राज्यपाल स्थानांतरित कर दिया है।