Jobs in Jammu Kashmir: एसएसबी ने किया स्पष्ट, जायज दस्तावेजों के साथ करें संपर्क, होगा पूरा इंसाफ
ऐसा लगता है कि बोर्ड की छवि को धूमल करने के प्रयास किए जा रहे है। बोर्ड पिछले दस सालों से पचास हजार पदों की भर्ती पारदर्शी ढंग से कर चुका है। बोर्ड ने दाे बड़ी लिखित परीक्षाएं भी आयोजित की हैं। ऐसे आरोपों से बोर्ड का मनोबल नहीं गिरेगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जम्मू-कश्मीर सर्विस सेलेक्शन बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री विशेष पैकेज के तहत निकाले गए पदों की लिखित परीक्षा परिणाम पर अटकले लगाई जा रही है। बोर्ड ने अपना कार्य पारदर्शिता से किया है। अगर किसी उम्मीदवार को आपत्ति या शक है तो वह दस्तावेजों के साथ बोर्ड के पास संपर्क कर सकता है। जायज मांगों पर विचार होगा।
उम्मीदवारों के साथ पूरा न्याय किया जाएगा। बोर्ड ने स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री पैकेज के तहत कश्मीरी विस्थापित पंडितों और गैर विस्थापितों के लिए 29 मार्च 2021 से लेकर पांच अप्रैल 2021 तक दस परीक्षा केंद्रों में लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। कुल प्राप्त किए गए 29154 आवेदन में से 22431 ने परीक्षा दी। डाटा से पता चला कि 392 उम्मीदवारों ने 830 आवेदन फार्म विभिन्न आइडी और ईमेल से जमा करवाए थे।
इन सभी उम्मीदवारों को रोल नम्बर जारी किए गए थे। इनमें से 390 उम्मीदवार एक रोल नम्बर पर परीक्षा देने पहुंचे थे जबकि दो उम्मीदवारों ने सब इंस्पेक्टर फाइनेंस के पद के लिए दो रोल नम्बर से परीक्षा दी। इससे दोनों पर अन फेयरमीन्स का मामला बना। बाेर्ड एक भर्ती एजेंसी है जिसका काम योग्यता को तय करना काम नहीं है। सरकार से पद रेफर होने के बाद बोर्ड विज्ञापन निकालता है।
ऐसा लगता है कि बोर्ड की छवि को धूमल करने के प्रयास किए जा रहे है। बोर्ड पिछले दस सालों से पचास हजार पदों की भर्ती पारदर्शी ढंग से कर चुका है। बोर्ड ने दाे बड़ी लिखित परीक्षाएं भी आयोजित की हैं। ऐसे आरोपों से बोर्ड का मनोबल नहीं गिरेगा। बोर्ड अपना कामकाज निष्ठा से करता रहेगा। संबंधित जायज दस्तावेजों के साथ जो उम्मीदवार बोर्ड से संपर्क करेगा, उनके साथ पूरा इंसाफ होगा। बोर्ड ने उम्मीदवारों को सलाह दी है कि वे दुष्प्रचार करने वाले तत्वों के झांसे में न आएं।