J&K: अगर कश्मीर के हालात सामान्य हैं तो विपक्ष को हवाई अड्डे से ही वापस क्यों भेज दिया: कांग्रेस
राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के नेता कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए गए थे। इससे केंद्र सरकार की सोच का पता चलता है कि वह विपक्ष के साथ कैसा व्यवहार कर रही है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं ने राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्षी नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे पर रोके जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा है कि सरकार का रवैया पूरी तरह से गैर लोकतांत्रिक है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान जीए मीर, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस सेवा दल के राज्य प्रधान राजेश सढौत्रा, पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद, पूर्व सांसद मदन लाल शर्मा, रमण भल्ला, मूला राम, कांता भान, रविन्द्र शर्मा सहित अन्य नेताओं ने बयान जारी कर कहा है कि एक तरफ सरकार का यह दावा है कि कश्मीर में हालात सामान्य हैं और सरकारी कार्यालय सामान्य रूप से काम कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ मुख्यधारा के नेताओं को श्रीनगर हवाई अड्डे से बाहर नहीं आने दिया गया।
राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के नेता कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए गए थे। इससे केंद्र सरकार की सोच का पता चलता है कि वह विपक्ष के साथ कैसा व्यवहार कर रही है। विपक्ष हालात को लेकर चिंतित है और वह अपनी भूमिका निभाना चाहता है क्योंकि विपक्ष भी समाज के बड़े वर्ग के प्रति जवाबदेह है। उन्होंने कहा कि चौथी बार लगातार विपक्ष को घाटी में हालात का जायजा लेने की इजाजत नहीं दी गई। मीर ने कहा कि राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी को स्वयं न्यौता दिया था कि वह कश्मीर के हालात का जायज लेने के लिए आ सकते हैं। जब कश्मीर में कुछ साल पहले हालात खराब हुए थे तो यूपीए ने स्वयं ही एक प्रतिनिधिमंडल को कश्मीर के हालात का जायजा लेने के लिए भेजा था और इसमें भाजपा के सदस्य भी शामिल थे।
वहीं सेवा दल के प्रधान राजेश सढौत्रा ने कहा कि यह लोकतंत्र का गला घोंटने की तरह है। राहुल गांधी की अगुवाई में जो विपक्षी नेता कश्मीर में हालात का जायजा लेने लिए गए थे, वे लोगों से बात करना चाहते थे, उनकी समस्याओं को जानना चाहते थे परंतु उन्हें हवाई अड्डे से वापिस भेज दिया जाना यह स्पष्ट करता है कि वहां कुछ सही नहीं है।