जेके बैंक की चयन सूची पर विपक्ष व छात्र संगठन बिफरे
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर बैंक में योग्य उम्मीदवारों की चयन सूची को दरकनिकार करते
राज्य ब्यूरो, जम्मू : जम्मू कश्मीर बैंक में योग्य उम्मीदवारों की चयन सूची को दरकनिकार करते हुए राजनीतिक कार्यकर्ताओं को भर्ती किए जाने का खुलासा होने पर पूर्व पीडीपी- भाजपा सरकार सवालों के घेरे में आ गई है। इस मुद्दे पर नेशनल कांफ्रेंस, कांग्रेस, पैंथर्स के अलावा छात्र संगठनों ने अपने हमले तेज कर दिए है। नौकरियों में भ्रष्टाचार का खुलासा राज्यपाल ने किया था। राज्यपाल ने स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए यह भी कहा था कि कश्मीर प्रशासनिक सेवा (केएएएस) की परीक्षा दिए बिना ही उम्मीदवार को नियुक्त कर दिया गया। पैंथर्स पार्टी ने प्रदर्शन कर पूर्व पीडीपी-भाजपा सरकार के समय में जम्मू कश्मीर बैंक समेत अन्य विभागों में की गई नियुक्तियों की सीबीआइ जांच करवाने की मांग की। प्रदर्शनी मैदान में कार्यकर्ताओं ने पीडीपी और भाजपा के खिलाफ नारे लगाए। हर्षदेव ¨सह ने कहा कि राज्यपाल का खुलासा तो जेके बैंक में नियुक्तियों को लेकर किया है। अन्य विभागों में नियमों को ताक पर रखकर चहेतों को खुश किया है। यह मामला गंभीर है। पूरे भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए जरूरी है कि मामले की सीबीआइ जांच करवाई जाए। हद तो यह है कि केएएस अधिकारी की नियुक्ति भी पिछले दरवाजे से कर दी गई। इससे स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन की विश्वसनीयता पर प्रश्न चिन्ह लग गया है। पीएससी के चेयरमैन अब्दुल लतीफ देवा की नियुक्ति की फाइल को पूर्व राज्यपाल ने दो बार लौटा दिया था, लेकिन पूर्व सरकार ने मानी और नियुक्त करवा ही छोड़ा। हर्षदेव ने कहा कि पैंथर्स पार्टी पहले ही यह कहती रही है कि पूर्व सरकार ने नियुक्तियों में भ्रष्टाचार किया। अब उनकी बात सच होती दिखाई दे रही है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि वह घोटालों का पर्दाफाश करते हुए सीबीआइ जांच करवाए।
नेशनल सेक्युलर फोरम ने नियुक्तियों में घोटाले की जांच सीबीआइ से करवाए जाने की मांग को लेकर जम्मू विवि के बाहर प्रदर्शन किया। फोरम के सदस्यों ने कहा कि जम्मू कश्मीर बैंक के चेयरमैन को हटाया जाए। फोरम के प्रधान डॉ. विकास शर्मा ने कहा कि इससे बड़ा घोटाला और कोई नहीं हो सकता है कि जम्मू कश्मीर बैंक में योग्य उम्मीदवारों की चयन सूची जारी करके कार्यकर्ताओं को लगा दिया गया। बैंक को आरटीआई के दायरे में लाया जाना चाहिए। भ्रष्ट राजनीतिज्ञों का पर्दाफाश किया जाए। उम्मीद है कि राज्यपाल जम्मू विवि में पूर्व वीसी के समय में बरती अनियमितताओं की जांच करवाएंगे।
कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेस भी मामले की जांच की मांग कर चुकी है। नौकरियों में भ्रष्टाचार के मामले पर पीडीपी-भाजपा को घेरने के लिए रणनीति बना रही है ताकि इस मुद्दे पर आंदोलन चलाया जाए।