JAMMU: चक सरदार अत्तर सिंह में जेडीए ने अवैध कब्जा हटाया, 387 कनाल भूमि वापिस ली
लोगों के विरोध की जानकारी मिलते ही एसपी साउथ विनय शर्मा और एसडीपीओ सुनैया वानी भी मौके पर पहुंच गए।
जम्मू, जागरण संवाददाता। शहर के बाहरी क्षेत्र चक सरदार अत्तर सिंह में जम्मू विकास प्राधिकरण ने अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। जेडीए ने यहां करीब 387 कनाल जमीन की निशानदेही करते हुए खम्भे और बोर्ड लगाए। इस दौरान जेडीए को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस और लोगों में हल्की धक्का-मुक्की भी हुई।
सोमवार सुबह नायब तहसीलदार श्रुति भारद्वाज की अध्यक्षता में जेडीए की टीम ने शहर के बाहरी क्षेत्र चक सरदार अत्तर सिंह में अभियान शुरू किया। इसके लिए बड़ी संख्या में पुलिस भी साथ थी। जैसे ही जेडीए की टीम गांव में पहुंची तो लोगों में शोर मच गया कि जेडीए इस जमीन को खाली करवाने पहुंची है। यहां रहने वाले लोग एकत्र हो गए। उन्होंने जब जेडीए के अधिकारियों से बात की तो उनका कहना था कि यह जमीन जेडीए की है। इसकी निशानदेही करते हुए हम खम्भे लगाने आए हैं। यहां जेडीए की खसरा नंबर 351, 352 व अन्य में करीब 387 कनाल जमीन रिकार्ड में है। जेडीए इसी जमीन का कब्जा लेने पहुंची। यहां बड़ी संख्या में ग्रामीण रह रहे हैं। इस पर लोग भड़क गए।
लोगों का कहना था कि वे पिछले चालीस-पचास वर्षाें से यहां रह रहे हैं। कभी जेडीए सामने नहीं आया। उन्होंने अपने खून-पसीना लगाकर तवी व खड्ड की जमीन को समतल किया। रहने लायक बनाया। अब वे परिवारों के साथ दशकों से यहां गुजर-बसर कर रहे हैं कि जेडीए कब्जा लेने आ गया है। इस पर लोग एकत्र हो गए और विरोध जताना शुरू कर दिया। कुछ लोगों ने तो जमीन के दस्तावेज होने की भी बात कही लेकिन जेडीए अधिकारी इससे संतुष्ट नहीं हो रहे थे। लोगों के विरोध की जानकारी मिलते ही एसपी साउथ विनय शर्मा और एसडीपीओ सुनैया वानी भी मौके पर पहुंच गए। दो बसों में पहुंची पुलिस की टुकड़ियां सक्रिय हो गई। जेडीए ने अपनी कार्रवाई शुरू कर दी। इससे लोगों में रोष और भड़क गया और वे नारेबाजी करते हुए जेडीए को रोकने पर जोर देने लगे।
इलाके के पूर्व विधायक सुखनंदन चौधरी को भी मौके पर बुला लिया गया। स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि भी मौके पर पहुंच गए। सरपंच ज्योति ने भी जेडीए व पुलिस अधिकारियों को समझना शुरू किया। सुखनंदन भी लोगों के पक्ष में आ गए और जेडीए अधिकारियों को काम रोकने के लिए कहने लगे। उनकी एक नहीं चली। जेडीए व पुलिस ने अपनी कार्रवाई को जारी रखा।
इस बीच लोगों को हटाने के लिए पुलिस ने दबाव बनाना शुरू किया तो लोग गुस्से में आकर प्रदर्शन करने लगे। पूर्व विधायक सुखनंदन चौधरी भी पुलिस और जेडीए की कार्रवाई का विरोध करने लगे। पुलिस और लोगों के बीच कहा-सुनी शुरू हो गई। इस दौरान दो महिलाएं चक्करा कर गिर गई। इन्हें पुलिस व लोगों ने मौके से हटाया। युवाओं व महिलाओं ने जहां जेडीए व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने यहां से आधा दर्जन के करीब लोगों को पकड़ा। जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
सुबह से शाम तक चली कार्रवाई में जेडीए ने अपनी सारी जमीन पर खम्भे लगा दिए। इसके अलावा जेडीए ने यहां अपने बोर्ड भी लगाए। अतुल, राज, राहुल कुमार ने कहा कि जेडीए अचानक नींद से जाग कर यहां ग्रमीणों को तंग करने आ गया है। खून-पसीना एक कर यहां लोगों ने जमीनें रहने लायक बनाईं हैं। एसपी साउथ विनय शर्मा ने लोगों को समझाते हुए कहा कि पुलिस यहां कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आई है। जमीन का दस्तावेज हैं या नहीं हैं। जेडीए अधिकारियों से बात करें। यहां माहौल नहीं बिगाड़ने दिया जाएगा।
हम लोगों के खिलाफ नहीं : ‘हम जेडीए की जमीन की निशानदेही कर खम्भे लगाने आए थे। अगर किसी ने अतिक्रमण किया होगा तो उसकी जमीन जाएगी। फिलहाल जेडीए अपनी जमीन को खाली करवा कर इस पर कब्जा कर रहा है। लोगों को हमने समझाया है। अगर किसी के पास दस्तावेज निकलेंगे तो जेडीए उसे तंग नहीं करेगी। अपनी जमीन को जेडीए खाली करवा कर ही छोड़ेगा। यहां 387 कनाल जमीन पर हमने निशानदेही करते हुए शाम तक खम्भे और बोर्ड भी लगवा लिए।’ -श्रुति भारद्वाज, नायब तहसीलदार, जेडीए, जोन-ए
बेवजह लोगाें को तंग कर रहा जेडीए: ‘इस इलाके में चालीस-पचास साल से लोग रह रहे हैं। जेडीए अब अचानक नींद से जाग कर कब्जा जमाने पहुंच गया है। यह गलत है। एसओएस होम के नजदीक समुदाय विशेष कब्जा करके बैठा हुआ है। वो जमीन जेडीए खाली नहीं करवा पाया। हर बार वहां जेडीए को मार पड़ी। यहां हिंदुओं पर रौब जमाया जा रहा है। यह गलत है। ग्रामीणों को तंग करने नहीं दिया जाएगा।’ -सुखनंदन चौधरी, पूर्व विधायक, मढ़ विधानसभा
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