Parcel bomb Samba: अधिकारी से बदला लेने के लिए जवान ने ही भेजा था पार्सल बम
बम हैंडलिंग विशेषज्ञ होने के नाते समरपाल ने पार्सल बम खुद तैयार किया था। वह पांच जनवरी को बीएसएफ कैंप से अपने घर रवाना होते समय पार्सल बम को चुपके से मुख्यालय के गेट पर छोड़ गया था
जम्मू, राज्य ब्यूरो । सांबा में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 173वीं बटालियन के मुख्यालय में अधिकारी से बदला लेने के लिए पार्सल बम भेजने वाले बीएसएफ जवान समरपाल को पुलिस ने कोलकाता के हुबली से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस पूछताछ कर रही है।
समरपाल बम हैंडलिंग में विशेषज्ञ था और वह किसी बात को लेकर अपने सेकेंड इन कमान गुरविन्द्र सिंह से बदला लेने के लिए उसे पार्सल बम से निशाना बनाने की साजिश रची थी। जवान को पांच जनवरी की दोपहर करीब दो बजे यह पार्सल बम मिला था। गुरविन्द्र सिंह ने शक के आधार पर इस पार्सल को लेने से इन्कार कर बम डिस्पोजल स्कवाड को बुला लिया था। साजिश रचने के बाद समरपाल कोलकाता के हुबली स्थित अपने घर भाग गया था।
सांबा के एसएसपी शक्ति पाठक ने बताया कि पुलिस टीम ने जवान को 10 जनवरी को पकड़ा था। उसे जम्मू लाने के बाद पूछताछ की जा रही है। उन्होंने इससे अधिक कुछ भी बताने से इन्कार किया। बीएसएफ जवान को इंडियन पीनल कोड के विस्फोटक पदार्थ कानून के तहत गिरफ्तार किया गया है। सूत्रों के अनुसार बम हैंडलिंग विशेषज्ञ होने के नाते समरपाल ने पार्सल बम खुद तैयार किया था। वह पांच जनवरी को बीएसएफ कैंप से अपने घर रवाना होते समय पार्सल बम को चुपके से मुख्यालय के गेट पर छोड़ गया था।
बटालियन के गेट पर वरिष्ठ अधिकारी के नाम का पार्सल मिलने के बाद जवानों ने उस अधिकारी को टेलीफोन पर बताया था। इस पर अधिकारी ने स्पष्ट किया था कि उन्होंने कोई पार्सल नहीं मंगवाया है। इसके बाद शक के आधार पर बम डिस्पोजल दस्ते को बुलाया गया। बम डिस्पोजल दस्ते ने कड़ी एहतियात बरतते हुए पार्सल में भेजी गई 100 ग्राम की इस आइईडी को निष्क्रिय बना दिया। इसके साथ एक बैटरी भी फिट थी। सीमा सुरक्षाबल ने इस मामले में पुलिस को सूचित किया था। बाद में सीसीटीवी की फुटेज व अन्य जानकारियों से पता चला कि यह पार्सल बम आपसी रंजिश के कारण भेजा गया था। मामले की जानकारी आला अधिकारियों को दे दी गई है।