जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग वाहनों के लिए एक तरफा खुला, सात मार्च से फिर खराब हो सकता है मौसम
वाहनों की आवाजाही शुरू होते ही प्रशासन राजमार्ग पर फंसे सब्जियों मटन पोल्ट्री और पेट्रोलियम उत्पादों सहित अन्य खाद्य सामग्री से भरे वाहनों को पहले निकालने की व्यवस्था कर रहा है
जम्मू, जेएनएन। पिछले चौबीस घंटों से मौसम साफ रहने के बाद जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग आज दूसरे दिन भी वाहनों के लिए एक तरफा खुला रहा। यातायात केवल जम्मू से श्रीनगर की ओर जाएगा। 300 किमी लंबे इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर आए दिन यातायात प्रभावित रहने से घाटी में आवश्यक खाद्य सामग्री की किल्लत पैदा होने लगी है। अब वाहनों की आवाजाही शुरू होते ही प्रशासन राजमार्ग पर फंसे सब्जियों, मटन, पोल्ट्री और पेट्रोलियम उत्पादों सहित अन्य खाद्य सामग्री से भरे वाहनों को पहले निकालने की व्यवस्था कर रहा है ताकि घाटी के लोगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
वहीं मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ का असर एक बार फिर 7 मार्च काे राज्य में जाेर पकड़ेगा। इस दिन घाटी मे हल्की बर्फबारी और जम्मू संभाग के मैदानी इलाकों में हल्की बारिश की संभावना है। मंगलवार को जम्मू संभाग में मौसम साफ रहा। सुबह से ही धूप रहने से लोगों को सर्दी से राहत मिली। वहीं श्रीनगर में भी मौसम में सुधार होने लगा है। श्रीनगर का अधिकतम तापमान 9.2 और न्यूनतम तापमान 2.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। जबकि जम्मू का अधिकतम तापमान 21.6 और न्यूनतम तापमान 8.9 डिग्री सेल्सयस रिकार्ड किया गया। वहीं लेह का अधिकतम तापमान 5.0 जबकि न्यूनतम तापमान -6.1 डिग्री सेल्सियस रहा।
वहीं सोमवार दोपहर बाद खोले गए जम्मू श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से अब तक तीन हजार से अधिक वाहन श्रीनगर भेजे जा चुके हैं। अब खाद्य आपूर्ति से लदे ट्रक के अलावा यात्री वाहनों को भी श्रीनगर के लिए छोड़ा जा रहा है। हाईवे के एसएसपी जेएस जोहर का कहना है कि राज्यमार्ग पर फिसलन और भूस्खलन की आंशका के कारण वाहनों की रफ्तार धीमी है। नाशरी, रामबन और कैफेटेरिया मोड़ पर पिछले चार दिनों से फंसे यात्री और मालवाहक वाहनों को निकाला जा चुका है। अब नए वाहनों को भी हाइवे पर आने की अनुमति दे दी गई है।