Jammu Railways: आठ माह से बंद रेल यातायात बहाल ना होने से भीख मांगने को मजबूर हुए हजारों परिवार
केन्द्रीय सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहाकि एक माह से पंजाब में जारी किसान आंदोलन के चलते रेल यातायात बंद हैं। एक माह बीतने के बावजूद रेल ट्रैक के ना खुलवा पाना से सरकार की कमजोरी साफ नजर आ रही हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: बीते आठ माह से जम्मू में रेलवे यातायात बहाल ना होने से हजारों रुपयों के आगे पेट की भूख को शांत करना चुनौती बन गया हैं। जम्मू रेलवे स्टेशन पर तीन सौ से अधिक टैक्सी, इतनी ही संख्या में सवारी आटो चलते हैं। इसके अलावा मंगल मार्केट, शिव मार्केट और रेलवे मार्केट में भी सैंकड़ों दुकानों हैं, जिनमें हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं। इसके साथ दो सौ से अधिक कुली भी रेलगाड़ियों के संचालन पर आश्रित हैं। पहले कोरोना और अब किसान आंदोलन के चलते इन जम्मू में रेल यातायात बहाल नहीं हो पाया हैं।
सोमवार को रेलवे स्टेशन में काम करने वाले दुकानदारों, श्रमिकों और ट्रांसपोर्टरों के समर्थन में नेशनल पैंथर्स ट्रेड यूनियन सामने आई। यूनियन के सदस्यों ने जम्मू रेलवे प्रबंधन से भेंट कर रेलमंत्री को ज्ञापन सौंपा। ट्रेड यूनियन के जिला प्रधान मनोज कुमार ने बताया कि रेल प्रबंधन के अनुसार जम्मू में रेल यातायात को पहले की तरह बहाल करने के लिए जिला आयुक्त जम्मू की इजाजत जरूरी हैं। जिला आयुक्त द्वारा अनुमति मिलने के बाद हीं रेल यातायात पहले की तरह बहाल हो सकती हैं। मनोज ने कहाकि भारत में सबसे अधिक कोरोना संक्रमण के मामले महाराष्ट्र में सामने आए हैं, लेकिन वहां रेल यातायात पूरी तरह से बहाल हो गया हैं। इसके बाद बिहार में भी कोरोना के कई मामले थे, वहां भी भारतीय रेलवे ने यातायात बहाल कर दिया हैं।
जम्मू में ऐसा क्या है कि रेलगाड़ियों का संचालन नहीं हो पा रहा। वहीं, उन्होंने केन्द्रीय सरकार की कार्य प्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहाकि एक माह से पंजाब में जारी किसान आंदोलन के चलते रेल यातायात बंद हैं। एक माह बीतने के बावजूद रेल ट्रैक के ना खुलवा पाना से सरकार की कमजोरी साफ नजर आ रही हैं। उन्होंने ज्ञापन में रेल यातायात को शीघ्र बहाल करने, रेल यातायात बंद होने से पीडित लोगों को मुआवजा देने और रेलवे स्टेशन के भीतर सभी प्रवेश करने देने की मांग रेलमंत्री और प्रदेश सरकार से की।