जम्मू-पुंछ के लिए दो उम्मीदवारों ने भरा नामांकन
के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में इस दौरान सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध रहे। नामांकन दायर करने पहुंचे उम्मीदवारों को डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर ही इंतजार करना पड़ा और केवल उम्मीदवार को ही डिप्टी कमिश्नर के समक्ष होकर अपना नामांकन देने की अनुमति मिली। डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में रोजमर्रा की तरह लोग अपने कामकाज से पहुंच रहे थे ऐसे में इन लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो उम्मीदवारों व उनके समर्थकों को अलग से कार्यालय परिसर के भीतर प्रवेश दिया गया।
जागरण संवाददाता, जम्मू : जम्मू-पुंछ संसदीय सीट के लिए बुधवार को दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दायर किये। इस सीट पर नामांकन करने वाले ये पहले दो उम्मीदवार है। अभी तक किसी भी राजनीतिक पार्टी के उम्मीदवार ने अपना नामांकन दायर नहीं किया है। इस सीट के लिए 18 मार्च को अधिसूचना जारी हुई थी और नामांकन दायर करने के लिए 25 मार्च अंतिम तारीख है। दिन 26 मार्च को नामांकन पत्रों की जांच होगी। नाम वापस लेने की तिथि 28 मार्च दोपहर तीन बजे होगी और 11 अप्रैल को इस सीट के लिए मतदान होगा।
बुधवार को गुलाम कश्मीर रिफ्यूजियों के संगठन एसओएस इंटरनेशनल के चेयरमैन राजीव चुन्नी तथा इनडिपेंडेंट पीपुल्स पार्टी के प्रधान आकिब शाह ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दायर किया। राजीव दोपहर करीब बारह बजे अपने समर्थकों के साथ जम्मू के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय पहुंचे और डिप्टी कमिश्नर रमेश कुमार को नामांकन दायर किया। आकिब शाह ने दोपहर को ही अपना नामांकन दायर किया। नामांकन दायर करने के पश्चात राजीव चुन्नी ने कहा कि उनके चुनाव लड़ने का एकमात्र उद्देश्य को जम्मू की आवाज को केन्द्र तक पहुंचाना है। 27 वर्षीय आकिब शाह ने नामांकन दायर करने के पश्चात कहा कि आजादी के बाद से ही देश में धर्म, जाति व क्षेत्रवाद की राजनीति करके वोट लिए गए हैं। जम्मू के डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में सुरक्षा के भी पुख्ता प्रबंध रहे। नामांकन दायर करने पहुंचे उम्मीदवारों को डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर इंतजार करना पड़ा और केवल उम्मीदवार को ही डिप्टी कमिश्नर के समक्ष होकर नामांकन देने की अनुमति मिली। डिप्टी कमिश्नर कार्यालय में रोजमर्रा की तरह लोग अपने कामकाज से पहुंच रहे थे, ऐसे में इन लोगों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, उम्मीदवारों व उनके समर्थकों को अलग से कार्यालय परिसर के भीतर प्रवेश दिया गया।