Jammu: नवजात को खाली प्लाट में फेंकने वाले दंपत्ति की हुई पहचान, काबू
चौकी प्रभारी सैमसंग भट्टी ने बताया कि अस्पताल के रिकार्ड में दंपति का मोबाइल नंबर भी लिखा था। जिससे आरोपित जगदीश कुमार से संपर्क किया था। उसे पूछताछ के लिए सिटी थाने में बुलाया गया हैं। थाने में उसके विरुद्ध लावारिस बच्चे के शव को फेंकने का मामला दर्ज हैं।
जम्मू, जागरण संवाददाता: शहर के शालामार चौक में गत बुधवार को एक प्लाट से मिले मृत नवजात के अभिभावकों की पुलिस ने पहचान कर ली। नवजात के पिता को पुलिस ने पूछताछ के लिए सिटी पुलिस थाने में बुलाया, जबकि मां की हालत ठीक ना होने के चलते अभी उससे पूछताछ नहीं हो पाई।
वीरवार को पुलिस ने एसएमजीएस अस्पताल में जा कर बीते कुछ दिनों में जन्मे बच्चों के रिकार्ड को खंगाला। इस दौरान उन्हें पता चला कि 21 सितंबर की रात 11:55 बजे दोमाना के मढ़ में रहने वाली अंजना देवी पत्नी जगदीश कुमार यहां मृत बच्चा पैदा हुआ था। डाक्टरों ने मृत बच्चे को उसके अभिभावकों को सौंप दिया था। चौकी प्रभारी सैमसंग भट्टी ने बताया कि अस्पताल के रिकार्ड में दंपति का मोबाइल नंबर भी लिखा हुआ था। जिससे आरोपित जगदीश कुमार से संपर्क किया था। उसे पूछताछ के लिए सिटी थाने में बुलाया गया हैं। थाने में उसके विरुद्ध लावारिस बच्चे के शव को फेंकने का मामला दर्ज हैं।
इस मामले में जगदीश की पत्नी के बयान भी दर्ज किए जाएंगे। चूंकि जगदीश की पत्नी अंजना देवी अस्पताल में भर्ती थी, इस लिए नवजात को प्लाट में फेंकना उसके लिए मुमकिन नहीं था। उसके पति ने ही बच्चे को फेंका होगा। ज्ञात रहे कि बीते बुधवार को शालामार चौक के दुकानदारों ने एक प्लाट में से नवजात बच्चे के शव को बरामद किया था। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बच्चे के शव को अपने कब्जे में लेकर जीएमसी अस्पताल के मुर्दा घर में रखवा दिया था। चूंकि नवजात का शव जच्चा बच्चा अस्पताल के नजदीक से मिला था। जिससे पुलिस ने यह अनुमान लगाया था कि बच्चा जन्म से ही मृत पैदा हुआ होगा और उसके परिजन उसे प्लाट में फेंक गए होंगे।