अब दिसंबर तक ही तैयार हो पाएगा एमए स्टेडियम, 120 वॉशरूम तैयार चार कैफेटेरिया भी बनाए जाएंगे
एनपीसीसी के जोनल मैनेजर धर्मपाल ने बताया कि पुरानी पवेलियन के दाईं और बाई ओर बनाई जा रही नई पवेलियन का काम अंतिम चरणों में हैं।
जम्मू, विकास अबरोल। मौलाना आजाद (एमए) स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम बनाने का काम अंतिम चरणों में पहुंच चुका है। इसे दिसंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। नेशनल प्रोजेक्ट्स कंस्ट्रक्शन कॉरपोरेशन (एनपीसीसी) की देखरेख में प्रधानमंत्री विकास कार्यक्रम के तहत 42 करोड़ रुपये की लागत से एमए स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तरीय क्रिकेट स्टेडियम में परिवर्तित करने का काम जारी है। हालांकि गत महीने अनुच्छेद 370 हटाने के बाद बने हालात के कारण जम्मू-कश्मीर से काफी संख्या में दूसरे राज्यों के श्रमिक अपने घरों को लौट गए थे। इससे स्टेडियम को अक्टूबर महीने के अंत तक पूरा करने का लक्ष्य अब बढ़कर दिसंबर तक पहुंच गया है। अब श्रमिकों के लौट आने के कारण काफी तेज गति से स्टेडियम में अधूरे रहे काम को निपटाया जा रहा है।
केंद्रीय युवा सेवा एवं खेल मंत्रलय के संयुक्त सचिव एलएस सिंह की अध्यक्षता में गत 27 सितंबर को श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक हुई थी। इसमें उन्होंने जम्मू के मौलाना आजाद स्टेडियम और कश्मीर के बख्शी स्टेडियम में जारी कार्यो की जानकारी हासिल की थी। उन्होंने निर्देश जारी किए कि जारी वर्ष के अंत तक एमए स्टेडियम का सभी बकाया काम निपटा लिया जाए। श्रीनगर के बख्शी स्टेडियम को भी जारी वित्तीय वर्ष के अंत तक खिलाडिय़ों को समर्पित कर दिया जाए।
नई पवेलियन का काम अंतिम चरण में : एनपीसीसी के जोनल मैनेजर धर्मपाल ने बताया कि पुरानी पवेलियन के दाईं और बाई ओर बनाई जा रही नई पवेलियन का काम अंतिम चरणों में हैं। इसमें वीआइपी के बैठने के लिए 500 विशेष किस्म की कुर्सियां लगाई जाएंगी। स्टेडियम में जारी काम काफी तेज गति से जारी है। इसे अक्टूबर माह तक पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा। इसके बाद कुछ दिनों तक सभी काम के ट्रायल लेने के बाद ही इसे पूरी तरह से जम्मू-कश्मीर राज्यपाल प्रशासन को समर्पित कर दिया जाएगा।
17500 कुर्सियां लगेंगी : मौलाना आजाद स्टेडियम में दर्शकों के बैठने के लिए कुल 17500 कुर्सियां लगाने का काम शुरू हो चुका है, इसे 20 अक्टूबर तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में नीली और लाल कुर्सी लगाई जा रही हैं, जबकि अंत में हरे रंग की कुर्सियां लगाई जाएंगी। दर्शकों की सुविधा के लिए टॉयलेट के छह यूनिट बनकर तैयार हो गए हैं। प्रत्येक टॉयलेट यूनिट के अंदर 30 वॉशरूम लगाए गए हैं और कुल मिलाकर स्टेडियम में 120 वॉशरूम बनकर पूरी तरह से तैयार हैं। इसके अलावा चार कैफेटेरिया भी बनकर तैयार हो गए हैं। इससे यहां आने वाले लोगों के लिए सुविधा रहेगी।
कहां और क्या-क्या होगा?
एमए स्टेडियम में वीआइपी और खिलाडिय़ों की सुविधा के लिए दो क्लब हाउस बनाए जा रहे हैं। स्टेडियम में मेडिकल रूम, मीडिया सेंटर, ओपन मीडिया जोन, मीडिया गैलरी, मीडिया लॉबी, डोप टेस्ट रूम, स्टोर, 12 टॉयलेट यूनिट, 8 स्टोर, स्टेडियम मिक्स्ड जोन, प्लेयर्स इंट्रेंस लॉबी, प्लेयर्स जिम एवं फिजियो, टीम डाइनिंग एंड पैंट्री, मैच रेफरी रूम, अंपायर रूम, ड्रेसिंग रूम, टॉयलेट की सुविधा सहित तीन मेडिकल रूम, ओपन प्लेयर जोन, प्लेयर्स गैलरी, प्लेयर्स जिम और फिजियो, एंट्रेंस लॉबी की व्यवस्था की जाएगी।
चार फ्लड लाइटों के पोल लगे : स्टेडियम में पहले से ही चार फ्लड लाइट के बड़े पोल लगा दिए गए हैं। स्टेडियम पूरी तरह से बन जाने के बाद ही इसमें कनेक्शन दिया जाएगा। प्रत्येक फ्लड लाइट के पोल में 96 बड़े बल्ब लगाए गए हैं, ताकि भविष्य में रात के समय में भी मुकाबले हो सकें।