Jammu: आखिरकार स्पोटर्स काउंसिल ने सुधारी गलती, सिंथेटिक कोर्ट की खामियों को दूर किया
कोर्ट में प्लेइंग फील्ड के चारों ओर दो-दो मीटर अतिरिक्त कोर्ट नहीं बनाया गया था। कोर्ट के चारों ओर पानी की निकासी के लिए नाली तक नहीं बनाई गई थी।
जम्मू, विकास अबरोल: जम्मू आखिरकार जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल को खिलाड़ियों के लिए डोगरा ग्राउंड में बनाए जा रहे बॉस्केटबॉल के सिंथेटिक कोर्ट के निर्माण के दौरान उजागर की गई खामियों को दूर करना ही पड़ा। दैनिक जागरण में गत 10 जुलाई को "20 साल पुराने नियम के तहत बनवा दिया बॉस्केटबॉल कोर्ट" शीर्षक से संबंधित समाचार प्रकाशित किया। इसके फौरन बाद खेल विभाग हरकत में आ गया। हालांकि उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान जिनके पास खेल विभाग है, ने भी इस मामले का कड़ा संज्ञान लिया। इसके उपरांत स्पोटर्स काउंसिल के सचिव को बाॅस्केटबॉल कोर्ट के निर्माण के दौरान जारी खामियों को दूर करने के दिशा निर्देश दिए गए जिसमें से अधिकतर खामियों को अब दूर कर दिया गया है।
शहर के शास्त्री नगर स्थित डोगरा ग्राउंड में पिछले काफी समय से नए बॉस्केटबॉल का निर्माण जारी था। कोरोना वायरस संक्रमण के कारण तीन महीनों तक काम प्रभावित भी रहा लेकिन जब कुछ दिन पहले इससे तैयार कर दिया गया तो पाया गया कि जिस ठेकेदार को इसका निर्माण काम सौंपा गया था उसने बाॅस्केटबॉल के किसी विशेषज्ञ से सलाह लिए बिना ही इसका निर्माण कर दिया। हैरानगी की बात यह है कि जम्मू-कश्मीर स्पोटर्स काउंसिल के पास बॉस्केटबॉल के दो कोच हैं लेकिन किसी ने भी इनकी राय भी लेना मुनासिब नहीं समझा। इसका अंजाम यह हुआ कि डोगरा ग्राउंड में सिंथेटिक का बॉस्केटबॉल कोर्ट 20 साल पुराने नियम के तहत बना दिया गया।
इस कोर्ट में प्लेइंग फील्ड के चारों ओर दो-दो मीटर अतिरिक्त कोर्ट नहीं बनाया गया था। कोर्ट के चारों ओर पानी की निकासी के लिए नाली तक नहीं बनाई गई थी। और तो और पोल के बाहर भी दो मीटर का अतिरिक्त कोर्ट नहीं बनाया गया था। इसके अलावा रिंग भी उल्टे ही लगा दिए गए थे। सिंथेटिक के बॉस्केटबॉल कोर्ट के चारों ओर अब दो-दो मीटर अतिरिक्त कोर्ट का निर्माण कर लिया गया है। बॉस्केटबॉल के रिंग भी दुरुस्त कर दिए गए हैं जबकि सिंथेटिक कोर्ट से पानी की निकासी के लिए अभी नाली का निर्माण करना बाकी है।
उम्मीद है कि इसका जल्द से जल्द निर्माण कर लिया जाएगा। बाॅस्केटबॉल खेल से जुड़े खिलाड़ियों ने भी अब राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि अब कम से कम खिलाड़ी भी कोर्ट का उद्घाटन होने के उपरांत और कोरोना काल से छुटकारा मिलने के उपरांत आसानी से अभ्यास कर सकेंगे और भविष्य में इसी कोर्ट पर बॉस्केटबॉल की प्रतियोगिताअों को भी आयोजन किया जा सकेगा।