Jammu-Kashmir News: भारी ओलावृष्टि और बारिश से मौसमी नींबू व कई फसलें हुई बर्बाद
बुधवार दोपहर को क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण बागवानी करने वाले किसानों की तो कमर ही टूट गई है। ओलावृष्टि के कारण आम कीनू मौसमी नींबू व हरी सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
मीरां साहिब, संवाद सहयोगी : बुधवार दोपहर को क्षेत्र में हुई भारी ओलावृष्टि के कारण बागवानी करने वाले किसानों की तो कमर ही टूट गई है। ओलावृष्टि के कारण आम, कीनू, मौसमी, नींबू व हरी सब्जियों को काफी नुकसान पहुंचा है। किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है।
फसलें हुई बर्बाद
गांव सिकंदरपुर के उन्नत किसान श्याम सिंह ने बताया कि उन्होंने 40 कनाल जमीन में कीनू, मौसमी व नींबू की बागवानी की थी। ओलावृष्टि से इसे भारी नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा कद्दू, भिंडी, करेला, टमाटर की सब्जियों को भी इससे नुकसान पहुंचा है।
ओलावृष्टि से किसानों को हुआ नुकसान
श्याम सिंह ने बताया कि कुदरती आपदा पर किसी का जोर तो नहीं है। इस बार जितनी ओलावृष्टि हुई उतनी उन्होंने अब तक कभी नहीं देखा। इसकी भरपाई के लिए अब तक सरकार को आगे आना चाहिए। इसी तरह किसान महेश चौधरी, रूपलाल, जोगिंदर सिंह ने बताया कि उन्होंने खीरे की फसल लगाई थी इसके अलावा खरबूजा तरबूज की फसल का भी अच्छा उत्पादन हो रहा था, लेकिन ओलावृष्टि ने कहीं का नहीं छोड़ा।
मुआवजे कि की मांग
उन्होंने जो खर्चा किया था, उस पर पानी फिर गया। किसान पूरी तरह से बर्बाद हो गया है। किसानों ने बागवानी अधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वह जल्द से जल्द ओलावृष्टि के कारण जिन किसानों की फसलों का काफी नुकसान हो गया है, उसका मौके पर ही आकर जायजा लें। प्रभावित फसल की रिपोर्ट तैयार करें और जल्द से जल्द मुआवजा राशि जारी करवाएं।
मुआवजा न देने पर किसान कर सकतें हैं आंदोलन
किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर जल्द ही होने खराब हुई फसल का मुआवजा राशि देने के लिए कदम नहीं उठाए जाते हैं तो आने वाले दिनों में बागवानी करने वाले किसान सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ बड़े स्तर पर आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे।