जम्मू कश्मीर में 20 साल पुराने पुलों का होगा ऑडिट, रोप-वे का भी सेफ्टी ऑडिट करने के दिए निर्देश
नागरिक सचिवालय में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का जायजा लेते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में पुराने पुलों का निरीक्षण कर मरम्मत के लिए उचित कार्रवाई की जाए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर में बीस साल से पुराने सभी पुलों का सेफ्टी आडिट व शत प्रतिशत निरीक्षण होगा। भविष्य में भूकंप रोधी बुनियादी ढांचा तैयार करने के साथ लोहे के पुलों का भी निरीक्षण कर मरम्मत की जाएगी। इसके लिए नागरिक सचिवालय में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का जायजा लेते हुए उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने निर्देश जारी किए।
यही नहीं पर्यटन क्षेत्र में हो रहे कार्यों का निरीक्षण करते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि सभी राेपवे का सेफ्टी आडिट करने के साथ स्कीइंग स्थलों में बचाव दलों के साथ मेडिकल सुविधाओं की भी व्यवस्था हो। उन्हाेंने मुबारक मंडी के संरक्षण के लिए व्यापक योजना बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि जम्मू शहर को टूरिस्ट सर्किट बनाने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करेें। इस दौरान जम्मू के पर्यटक स्थलों में अच्छी सड़कें बनाने पर भी जोर दिया।
नागरिक सचिवालय में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना का जायजा लेते हुए उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश में पुराने पुलों का निरीक्षण कर मरम्मत के लिए उचित कार्रवाई की जाए। उपराज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा के साथ मुख्य सचिव खुर्शीद अहमद शाह व संबधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी बैठक में मौजूद थे। ग्रामीण सड़क योजना के प्रोजेक्टों के बारे में चर्चा करते हुए उपराज्यपाल ने जोर दिया कि विकास प्रोजेक्टों के रखरखाव के लिए भी नीति बननी चाहिए। इसके लिए भी बजट रखा जाए। पहाड़ी इलाकों में सड़कें बनाते समय सुनिश्चत किया जाए कि प्राकृतिक या बारिश के पानी के कारण सड़कों का नुकसान न हो। इसके साथ लंबित पड़े विकास के प्रोजेक्टों को भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए।
प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत 12711.88 करोड़ की लागत वाली 3502 योजनाओं के तहत 19700.41 किलोमीटर सड़कें बननी हैं। इनमें से 1880 योजनाओं के पूरा होने से 11374.145 किलोमीटर सड़क बन चुकी है। वर्ष 2019-2020 में बनाए जाने वाले 64 पुलों में से 56 बन चुके हैं।