जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल ने कहा कि आतंकी हमलों की जानकारी सांझा करना पाकिस्तान का कर्तव्य Kashmir News
आतंकी हिंसा में कमी आयी है। हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि यहां पहले जो सरकारें रही हैवह कैसे आतंकवाद से निपट रही थी।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बुधवार राज्य में आतंकी ढांचे को नष्ट करने का दावा करते हुए कहा कि पाकिस्तान का फर्ज बनता है कि वह जम्मू कश्मीर समेत पूरे हिंदोस्तान में कहीं भी होने वाले आतंकी हमलों के बारे में खुफिया जानकारी भारत सरकार को दे। लेकिन पाकिस्तान को अपनी जमीन पर भी आतंकी हमलों और आतंकी गतिविधियों का संचालन रोकना होगा।
आज यहां शेरे कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित एक समारोह के बाद पत्रकारों के साथ बातचीत में उन्होंने पुलवामा हमले पर पाकिस्तान द्वारा दी गई खुफिया सूचना पर अपनी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि यह अच्छी बात है। ऐसा करना पाकिस्तान का फर्ज बनता है, वह इस तरह की खुफिया सूचनाएं हमारे साथ साझा करे।
गौरतलब है कि गत सप्ताह पाकिस्तान सरकार ने भारत सरकार को सूचित किया था कि आतंकी संगठन एक बार फिर पुलवामा में किसी जगह 14 फरवरी के लिथपोरा पुलवामा हमले जैसा कोई बड़ा हमला करने की फिराक मे हैं। इस एलर्ट के बाद गत सोमवार पुलवामा के अरिहाल इलाके में आतंकियो ने सुरक्षाबलों के एक वाहन पर वाहनबम से हमला भी किया। इस हमले में दो सैन्यकमी्र शहीद हुए और 17 अन्य जख्मी हो गए।
राज्य में मौजूदा कानून व्यवस्था का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि स्थिति में बहुत सुधार हुआ है। आज भी मेरी यहां पुलिस अधिकारियों से बात हुई है। आतंकी हिंसा में कमी आयी है। हाल ही में हुई आतंकी घटनाओं के संदर्भ में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि आपने देखा होगा कि यहां पहले जो सरकारें रही है, वह कैसे आतंकवाद से निपट रही थी। आपने आतंकवाद के खिलाफ हमारी सरकार के कामकाज के तरीके को भी देखा होगा। आपने अनुभव किया होगा कि हम कैसे आतंकवाद को मिटा रहहैं। हमने चार छह महीने में यहां आतंकवाद पर बहुत हद तक काबू पाया है।
उन्होंने पाकिस्तान को रियासत में आतंकी हिंसा के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मैं सौ फीसद यह मानता हूं कि आतंकियों पर पार का दबाव रहताहै कि कुछ करो। वह यह महसूस करते हैं कि हम हार गए हैं, हमने जो आतंकवाद का ढांचा यहां तैयार किया था,वह टूट गया है। हताश होकर यह लोग इक्का-दुक्का घटनाएं करते हैं। आतंकी हमले को आप आसानी से पहले नहीं रोक सकते,क्योंकि हमला करने वाला ही जगह, समय तय करता है। फिर भी हम आपको यकीन दिलाते हैं कि आम इस समस्या और बुराई का जल्द ही पूरी तरह समाप्त कर देंगे।
राज्यपाल ने कहा कि यहां पर्यटकों और श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार का खतरा नहीं है। यहां पथराव की घटनाएं कम हो गई हैं,जुम्मे के बाद जो पथराव और हिंसक घटनाएं हाेती थी,वहभी लगभग समाप्त हो गई हैं। लोगों को समझआ रहा है कि वह इस रास्ते से कहीं नहीं पहुंचेंगे। दो दिन पहले ही दो युवक आतंकी हिंसा छोड़ मुख्यधारा में लौटे हैं। नयी भर्ती बंद हो गई है। जमीनी हालात बहुत अच्छे हैं।
उन्होंने कहा कि इक्का-दुक्का आतंकी घटनाओं को रोकने में अमरीका, इंग्लैंड ,फ्रांस भी सफल नहीं हो पाए हैं। लेकिन हम इसका भी इलाज कर रहे हैं।
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