Jammu kashmir Coronavirus: जागरण इंपेक्ट-भर गए भंडार, मदद को आगे आए हजारों हाथ
निराक्षित बच्चों के लिए बनाए गए बाल-ग्रां होम में अब राशन की कोई कमी नहीं सेना सोशल वेलफेयर विभाग जम्मू कश्मीर स्टेट सर्विस लीगल अथारिटी श्राइन बोर्ड और आम लोग मदद को आगे आए
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू के छन्नी रामा स्थिति निराक्षित बच्चों के लिए बनाए गए 'बाल-ग्रां होम' में अब राशन, किताबों और अन्य सामन की कोई कमी नहीं। यहां रह रहे 122 बेसहारा बच्चों की मदद के लिए सेना, प्रशासन और आम लोगों ने दिल खोलकर सहयोग दिया है। आलम यह हो गया कि जब श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने मदद के लिए हाथ बढ़ाया तो होम के प्रबंधकों को कहना पड़ा कि अब राशन का पर्याप्त भंडार है। बच्चों के लिए आगे जरूरत पड़ी तो श्राइन बोर्ड से जरूर संपर्क किया जाएगा।
लॉकडाउन के चलते बाल-ग्रां होम में राशन व अन्य सामान की जबरदस्त कमी हो गई थी। चैरिटी पर चल रहे इस होम में मदद के लिए कोई पहुंच नहीं पा रहा था। स्थिति यह बन गई थी कि होम में केवल 10 दिन का ही राशन बचा था। इससे होम में रह रहे मासूम बच्चे गुमसुम और प्रबंधक चिंचित हो उठे थे। इस होम में 10वीं तक स्कूल है और 122 बच्चों के पढ़ने-लिखने, खाने से लेकर रहने तक का सभी बंदोबस्त होता है। इसके अलावा करीब 15 लोगों का स्टाफ भी है, लेकिन सभी फंड की कमी से जूझ रहे थे।
दैनिक जागरण ने 23 अप्रैल के अंक में इस मुद्दे को प्रमुख्ता से उठाया। इसके बाद सेना की टाइगर डिवीजन ने होम में रहने वाले बच्चों के लिए पर्याप्त मात्रा में राशन व स्टेशनरी का सामान पहुंचाया। इसके बाद सोशल वेलफेयर विभाग ने भी मामले का संज्ञान लिया और जरूरी सामान बच्चों को मुहैया करवाया। इसी बीच, बड़ी संख्या में शहर के लोगों ने होम के बच्चों की काफी मदद की।
यही नहीं, बच्चों को राशन की कमी का पता चलने पर जम्मू कश्मीर स्टेट सर्विस लीगल अथारिटी ने हाई कोर्ट की चीफ जस्टिस गीता मित्तल और जस्टिस राजेश बिंदल के दिशानिर्देश पर होम के अध्यक्ष एके खजूरिया से संपर्क किया। जम्मू कश्मीर स्टेट सर्विस लीगल अथारिटी के अध्यक्ष एमके शर्मा ने बताया कि टीम ने होम का दौरा का पूरा निरीक्षण किया। इसके बाद श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड से संपर्क कर बच्चों के लिए जरूरी सामान मुहैया करवाने का आग्रह किया गया।
दैनिक जागरण का जताया आभार :
होम के अध्यक्ष एके खजूरिया ने बताया कि अब राशन की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि सेना, सोशल वेलफेयर विभाग, आम लोगों ने काफी मदद की है। श्राइन बोर्ड ने भी हमसे संपर्क कर मदद देने को कहा, लेकिन हमने अभी और मदद लेने से इन्कार करते हुए कहा कि अभी पर्याप्त राशन है। अधिक राशन लेने से आटा, चावल खराब हो सकता है। इसलिए यदि आगे जरूरत पड़ी तो श्राइन बोर्ड से मदद ली जाएगी। उन्होंने विशेषकर दैनिक जागरण का आभार जताते हुए कहा कि इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने पर ही सभी को हमारी परेशानी का पता और हर कोई मदद को आगे आया।