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Jammu Kashmir : पेरामेडिकल व अन्य डिप्लोमा कोर्स के उम्मीदवार बारहवीं कक्षा की मार्क्स शीट अपलोड करें

बोर्ड आफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के कंट्रोलर प्रो. सुनील गुप्ता की तरफ से जारी आदेश के तहत जिन उम्मीदवारों ने आवेदन फार्म भरने के दौरान बारहवीं कक्षा की मार्क्स शीट अपलोड नहीं की है उनको 24 अगस्त 2022 से लेकर 29 अगस्त 2022 तक अपलोड कर देनी चाहिए।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 20 Aug 2022 10:23 AM (IST)Updated: Sat, 20 Aug 2022 10:23 AM (IST)
Jammu Kashmir : पेरामेडिकल व अन्य डिप्लोमा कोर्स के उम्मीदवार बारहवीं कक्षा की मार्क्स शीट अपलोड करें
निर्धारित 24 अगस्त से 29 अगस्त तक दस्तावेज अपलोड कर देने चाहिए।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : पेरामेडिकल व अन्य डिप्लोमा कोर्स में दाखिला के लिए आवेदन करने वाले उम्मीदवारों से बारहवीं कक्षा की मार्क्स शीट को अपलोड करने के लिए कहा है।

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बोर्ड आफ प्रोफेशनल एंट्रेंस एग्जामिनेशन के कंट्रोलर प्रो. सुनील गुप्ता की तरफ से जारी आदेश के तहत जिन उम्मीदवारों ने आवेदन फार्म भरने के दौरान बारहवीं कक्षा की मार्क्स शीट अपलोड नहीं की है, उनको 24 अगस्त 2022 से लेकर 29 अगस्त 2022 तक अपलोड कर देनी चाहिए।

जिन्होंने पहले ही मार्क्स शीट अपलोड कर दी है, उनको अब जरूरत नहीं है। उम्मीदवारों को अपने आवेदन पत्रों को एडिट करते हुए अंकों को ब्योरा भरना चाहिए। इसके अलावा जिन उम्मीदवारों के अन्य दस्तावेज जन्म तिथि प्रमाणपत्र, डोमिसाइल आदि जमा नहीं है, उनको भी निर्धारित 24 अगस्त से 29 अगस्त तक दस्तावेज अपलोड कर देने चाहिए।

केंद्रीय विश्वविद्यालय में आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम पर व्याख्यान आयोजित किया : केंद्रीय विश्वविद्यालय सुचानी जम्मू के इसरो केंद्र में कार्यक्रम का आयोजन हुआ जिसका विषय आत्मनिर्भर पंचायत से आत्मनिर्भर भारत की ओर एक कदम था। कार्यक्रम में मुख्यतिथि के तौर पर तनुजा पाठक थीं जो शेखपुरा बिहार में ब्लॉक पंचायती राज अधिकारी हैं वहीं सीयू जम्मू के डॉ अजय कुमार सिंह (तुलनात्मक धर्म और सभ्यता केंद्र के निदेशक) ने सत्र का संचालन किया और रजिस्टर डॉ यशवंत सिंह सत्र के अध्यक्ष थे। तनुजा पाठक ने जमीनी स्तर पर लोकतंत्र को बढ़ावा देने में वर्तमान सरकार की प्रगतिशील नीतियों के बारे में बात की। उन्होंने स्थानीय स्तर पर न्याय दिलाने में ग्राम पंचायत और न्याय मित्र की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार आत्मनिर्भर गांव 'आत्मनिर्भर भारत' बनाने में मदद करेंगे। इस अवसर पर डॉ यशवंत सिंह ने शासन को सुविधाजनक बनाने में वैज्ञानिक अनुसंधान के योगदान का उदाहरण दिया। डॉ अजय सिंह ने स्थानीय शासन के माध्यम से आपदा प्रबंधन को शामिल करने के सार के बारे में बात की। वहीं कार्यक्रम में अनुसंधान विद्वानों, वरिष्ठ प्रोफेसरों और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने इस आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लिया। अंत में शिवेंद्र शांडिल्य, संयोजक, शोध,जम्मू कश्मीर ने औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन दिया l


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