JK: आत्मनिर्भर भारत के तहत जम्मू-कश्मीर बैंक ने मंजूर किए 914 करोड़ रूपये, 24000 को मिलेगा लाभ
उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने निर्माण श्रमिकों उन पर आश्रितों तथा विभिन्न प्रकार की बीमारियों से जीवन भर जूझ़ने वालों की सहायता के लिए 3.30 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं।
जागरण संवाददाता, जम्मू : कोराेना महामारी के कारण नुकसान झेल रहे व्यापार व उद्योग को आर्थिक सहयोग देने के लिए शुरू किए गए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत जम्मू कश्मीर बैंक ने प्रदेश के 24 हजार लाभार्थियों के लिए 914 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। इस योजना के तहत बैंक योग्य आवेदनकर्ताओं को क्रेडिट लिमिट का बीस फीसद अतिरिक्त ऋण दे रहा है। इससे प्रदेश के 3.20 लाख ग्राहकों को 2600 करोड़ रुपये का अतिरिक्त ऋण मिल पाएगा।
जम्मू-कश्मीर के चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रहमण्यम की अध्यक्षता में हुई प्रदेश स्तरीय बैंकर्स कमेटी की बैठक में उक्त मंजूरी दी गई। बैठक में बैंक के चेयरमैन आरके छिब्बर व वित्तीय आयुक्त डॉ. अरूण मेहता समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि यह योजना अक्टूबर 2020 को खत्म हो जाएगी, लिहाजा बैंक अधिक से अधिक लोगों तक इसका फायदा पहुंचाए। बैठक में बताया गया कि केंद्र सरकार ने रेहड़ी-फड़ी वालों को जो दस हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की है, वो योजना पहली जुलाई 2020 को लांच की जाएगी।
ऐसी उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर के तीस हजार रेहड़ी-फड़ी वालों को इसका लाभ होगा और इस योजना के तहत 31 अगस्त 2020 तक तीस करोड़ रुपये आवंटित किए जाएंगे। बैठक में बताया गया कि इसके अलावा 15 जुलाई 2020 तक ढाई लाख नए किसान क्रेडिट बार्ड आवंटित करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
50 करोड़ से होगा पुरमंडल का विकास : उपराज्यपाल
उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने कहा है कि प्रदेश सरकार धार्मिक और अध्यात्मिक स्थलों के विकास के लिए विशेष ध्यान दे रही है। उन्होंने यह बात पुरमंडल और उत्तरवहिनी का दौरा कर इस धार्मिक पर्यटन सर्किट के विकास का जायजा लेने के बाद कही। उपराज्यपाल को बताया गया की पचास करोड़ रुपयों का प्रोजेक्ट भारत सरकार को मंजूरी के लिए भेजा गया है। कोरोना से उपजे हालात के कारण धार्मिक स्थल बंद हैं, लेकिन जैसे ही स्थित सामान्य होगी, सरकार धार्मिक स्थलों के विकास में तेजी लाएगी। पुरंमडल व उत्तर वहिनी ऐसे धार्मिक स्थल हैं जो कि अधिक से अधिक लोगों को आकर्षित करते हैं।
जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा पर 276.72 करोड़ खर्च किए गए
प्रदेश में राष्ट्रीय उच्चत्तर शिक्षा अभियान के तहत उच्च शिक्षा के ढांचे के विस्तार के लिए 276.72 करोड़ खर्च किए गए हैं। केंद्र सरकार के उच्च शिक्षा के संयुक्त सचिव और जम्मू कश्मीर में उच्च शिक्षा विभाग के आयुक्त सचिव तलत परवेज रोहेल्ला ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए रूसा के तहत जारी कार्यों की समीक्षा की। रूसा के तहत 386.45 करोड़ जारी किए गए थे, जिसमें से 276.72 करोड़ खर्च किए गए है। जम्मू कश्मीर में 1600 विद्यार्थियों को वोकेशनल और कौशल विकास की ट्रेनिंग दी गई। जम्मू कश्मीर में 12 हजार विद्यार्थियों को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जाएगी।
श्रमिकों और उनके आश्रितों के लिए 3.30 करोड़ मंजूर
उपराज्यपाल के सलाहकार फारूक खान ने निर्माण श्रमिकों, उन पर आश्रितों तथा विभिन्न प्रकार की बीमारियों से जीवन भर जूझ़ने वालों की सहायता के लिए 3.30 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं। योजना के तहत जेएंडके बिल्डिंग और अदर कंस्ट्रक्शन वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड के तहत 99 लाभार्थियों के लिए 3.30 करोड़ जारी किए गए। मौत और अंतिम संस्कार के लिए खान ने 158 मामलों में सहायता के लिए मंजूरी दी। बीमारियों से जीवन भर जूझने वालों के मामले में 41 को मंजूरी दी गई है। इसके तहत 30 लाख दिए जाएंगे।