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जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनते ही खेलों में नए अध्याय की होगी शुरुआत

पहले जम्मू और कश्मीर में ही जिला फुटबॉल एसोसिएशन होती थी लेकिन अब लद्दाख में भी फुटबॉल एसोसिएशन का गठन किया जाएगा और वहां के खिलाड़ी भी आगे बढ़ सकेंगे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 05:10 PM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 05:10 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनते ही खेलों में नए अध्याय की होगी शुरुआत
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनते ही खेलों में नए अध्याय की होगी शुरुआत

जम्मू, विकास अबरोल। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख आज से केंद्र शासित प्रदेश हैं। इसी के साथ अब खेलों में एक नए अध्याय की भी शुरुआत होगी। खिलाड़ियों को खेलने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तरीय मैदानों में अभ्यास करने की सुविधा तो मिलेगी ही लेकिन सर्वसुविधा संपन्न खेल एकेडमी भी बनेंगी। इससे अब आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकेगा। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अगस्त महीने में राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन देने के बारे में कहे गए शब्द आज भी खिलाड़ियों को याद हैं। उन्हें विश्वास ही नहीं बल्कि पूरा यकीन है कि अब खेल संसाधनों का रोना रोने वाले खिलाड़ियों की सभी दिक्कतों का समाधान हो जाएगा।

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व्यापक रणनीति और इच्छाशक्ति का अभाव

पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर अरुण मल्होत्र का मानना है कि पहले भी पूर्व रियासती सरकारों द्वारा खेलों को बढ़ावा देने के प्रयास किए गए लेकिन इसमें एक व्यापक रणनीति और इच्छाशक्ति का अभाव रहा है। खेल नीति बनाने को लेकर सभी बातें तो करते आए लेकिन इसको लागू करवाने में किसी ने भी अपनी गंभीरता नहीं दिखाई और यही वजह है कि जम्मू-कश्मीर के कई प्रतिभाशाली खिलाड़ियों को मजबूरन बाहरी राज्यों का रुख करना पड़ा। अब केन्द्र शासित प्रदेश बन जाने के कारण न सिर्फ जम्मू-कश्मीर बल्कि लद्दाख में भी खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलेगा। पहले जम्मू और कश्मीर में ही जिला फुटबॉल एसोसिएशन होती थी, लेकिन अब लद्दाख में भी फुटबॉल एसोसिएशन का गठन किया जाएगा और वहां के खिलाड़ी भी आगे बढ़ सकेंगे। - अरुण मल्होत्र, पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर

जम्मू-कश्मीर में अभी तक खेल नीति नहीं

फेंसिंग के अंतरराष्ट्रीय रेफरी रशीद चौधरी का कहना है कि अब तक जम्मू-कश्मीर में खेल नीति नहीं होने की वजह से प्रतिभाशाली खिलाड़ी पिसते आए हैं। उन्हें आगे बढऩे के अवसर नहीं मिले। इन सब कमियों को दरकिनार करने के बावजूद खिलाडिय़ों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि केन्द्र शासित प्रदेश बन जाने के बाद अब राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को मिलने वाली इनाम राशि में इजाफा होगा और इससे उनमें एक नई ऊर्जा का भी संचार होगा। - रशीद चौधरी, फेंसिंग के अंतरराष्ट्रीय रेफरी

अब लद्दाख क्रिकेट एसोसिएशन का भी होगा गठन

जम्मू जिला स्पोर्टस काउंसिल के पूर्व उपप्रधान रंजीत कालरा का कहना है कि आज तक क्रिकेट में केवल जम्मू और कश्मीर के खिलाड़ियों को ही प्राथमिकता मिलती रही है। अब लद्दाख के केन्द्र शासित प्रदेश बनते ही लद्दाख क्रिकेट एसोसिएशन का भी गठन होगा। अब भविष्य में घरेलू क्रिकेट सीजन में लद्दाख क्रिकेट एसोसिएशन के बैनर तले टीम खेलती नजर आएगी। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में नई खेल एकेडमी खोलने से जम्मू-कश्मीर और लद्दाख प्रगति की राह पर आगे बढ़ेगा। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने लद्दाख में शीघ्र ही क्रिकेट और खेल एकेडमी खोलने की घोषणा की थी। - रंजीत कालरा, जम्मू जिला स्पोर्टस काउंसिल के पूर्व उपप्रधान 


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