जम्मू कश्मीर : फौजी बनने के लिए तैयार कर रहा प्रशासन, युवतियों को भी दिया जा रहा प्रशिक्षण
सेना जम्मू कश्मीर पुलिस सशस्त्र सेनाओं में भर्ती होने के इच्छुक युवाओं को फिजिकल टेस्ट के साथ लिखित परीक्षा आदि के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्हें प्रदेश भर्ती बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : सेना, सुरक्षाबलों में शामिल होकर देशसेवा की चाह रखने वाले जम्मू जिले के सीमांत युवाओं को प्रशासन की ओर से तैयार किया जा रहा है। इस समय जम्मू जिला प्रशासन दस सेंटर चला रहा है। इनमें से सीमांत युवाओं के 8 ट्रेनिंग सेंटर व जम्मू में शहर से सटे ग्रामीण इलाकों में महिलाओं, युवाओं के लिए दो सेंटर चलाए हैं। इन सेंटरों में बेरोजगार युवाओं को सशस्त्र सेनाओं में भर्ती हाेने के लिए तैयार करने के साथ अन्य नौकरियों के लिए ट्रेनिंग दे रही है। डिप्टी कमिश्नर जम्मू अंशुल गर्ग की देखरेख में चलाए जा रहे जिला युवा ट्रेनिंग सेंटरों को काम करने में सरकार के मिशन यूथ की ओर से सहयोग दिया जा रहा है।
ये 8 सेंटर सीमांत क्षेत्रों आरएसपुरा, मढ़, अखनूर, खौड़, चौकी चोरा इलाकों में चल रहे हैं। इसके साथ शहर से सटे ग्रामीण इलाकों के लिए जम्मू दक्षिण व जम्मू उत्तर में दो सेंटर काम कर रहे हैं।
जम्मू में सेंटर में ट्रेनिंग ले रहे रोहित कुमार का कहना है कि वह सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहता है। लेकिन उसे इस दिशा में जानकारी व सुविधाएं देने के लिए पहले कोई व्यवस्था नहीं थी। वही पूजा शर्मा का कहना है कि वह भी इस सेंटर के जरिए सशस्त्र सेना में भर्ती होने के लिए कोशिश कर रही है। सेंटर की ओर से उन्हें तैयार किया जा रहा है।
इन सेंटरों में 90 दिवसीय कौशल विकास कोर्स का आयोजन किया जा रहा है। सेना, जम्मू कश्मीर पुलिस, सशस्त्र सेनाओं में भर्ती होने के इच्छुक युवाओं को फिजिकल टेस्ट के साथ लिखित परीक्षा आदि के लिए तैयार किया जा रहा है। उन्हें प्रदेश भर्ती बोर्ड की ओर से आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है।
केंद्रों में युवाओं को ट्रेनिंग देने की मुहिम जनवरी से मार्च, अप्रैल से जुलाई माह व सितंबर से दिसंबर माह तक चलेगी। अब तक इन केंद्रों में 70 युवा सामने आए हैं। उन्हें मेडिकल जांच के बाद ही ट्रेनिंग देने की कार्यवाही शुरू की गई है।