Jammu: जम्मू-कटड़ा राजमार्ग पर तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर का होगा निर्माण
मंदिर निर्माण के लिए दो स्थलों जम्मू जिले के धूमी और माजिन की पहचान की गई है। इसपर अंतिम निर्णय होना बाकी है।
जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) बोर्ड के लिए जम्मू-कटड़ा राजमार्ग के साथ 100 एकड़ भूमि आवंटित करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमति व्यक्त की है। पूरी परियोजना सिरे चढ़ी तो जम्मू-कटड़ा राजमार्ग पर भव्य वेंकटेश्वर मंदिर का निर्माण किया जाएगा। यह मंदिर तिरुमला तिरुपति वेंकटेश्वर मंदिर की प्रतिकृति होगी। इससे माता वैष्णो देवी के दर्शन के लिए हर वर्ष आने वाले करोड़ों श्रद्धालु वेंकटेश्वर जी के दर्शन भी कर सकेंगे। सबसे धनी ट्रस्टों में से एक टीटीडी ने वैदिक स्कूल और अस्पताल के साथ स्वयं के पैसे से दो वर्षो में मंदिर के निर्माण की बात कही है। जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद यह उत्तर भारत के श्रद्धालुओं के लिए बहुत बड़ा तोहफा होगा।
टीटीडी बोर्ड के प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाले राज्यसभा के सांसद वी विजया साई रेड्डी ने गत सोमवार को कहा था कि दो साल में वैदिक स्कूल और अस्पताल के साथ मंदिर का निर्माण करने की उम्मीद की जा सकती है। उनके अनुसार मंदिर निर्माण के लिए दो स्थलों जम्मू जिले के धूमी और माजिन की पहचान की गई है। इसपर अंतिम निर्णय होना बाकी है।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगनमोहन रेड्डी, टीटीडी के कार्यकारी अधिकारी अनिल कुमार सिंघल, संयुक्त कार्यकारी अधिकारी बसंत कुमार और बोर्ड के सदस्य जे सेकर सहित एक टीम ने जम्मू कश्मीर के अधिकारियों और जम्मू जिले के धूमी और माजिन में दो सूचीबद्ध साइटों पर चर्चा की। अधिकारियों के अनुसार वह जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव से भी मिले और अपनी परियोजना का विवरण समझाया।
रेड्डी ने कहा कि मंदिर, वैदिक पाठशाला, मैरिज हॉल और अस्पताल का निर्माण टीटीडी और श्रद्धालुओं के योगदान से होगा। नवगठित केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा चिंताओं पर उन्होंने कहा कि जम्मू शांतिपूर्ण है और वहां कोई खतरा नहीं है। हमने दो साइटों को अंतिम रूप देने से पहले सुरक्षा, साइट तक पहुंच, पानी और परिवहन सुविधाओं की उपलब्धता सहित सभी पहलुओं पर विचार किया है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह स्थल वैष्णो देवी मंदिर की ओर जाने वाले राजमार्ग पर स्थित हैं। दक्षिण भारत में यात्र पर जाने वाले उत्तर भारत के राज्यों के श्रद्धालु वर्षो से अपने क्षेत्र में वेंकटेश्वर मंदिर बनाने की मांग करते रहे हैं।