भर्ती मैदान से जम्मू कश्मीर के युवाओं का पाकिस्तान को संदेश, 'हम हैं देश के निगहबान'
शारीरिक दमखम में युवाओं को दौड़ पुशअप जंप आदि कराया गया। मेडिकल और शारीरिक दमखम की जांच में सफल रहे अभ्यार्थियों को अब अगले चरण की जांच से गुजरना पड़ेगा।
जम्मू, विवेक सिंह। सीमा पर अकारण गोलाबारी और अंतरराष्ट्रीय समुदाय में बार-बार कश्मीर का रोना रोकर यहां हालात खराब होने की दुहाई दे रहे पाकिस्तान को जम्मू कश्मीर के देशभक्त युवाओं ने आइना दिखा दिया है। जोश से लबरेज भारत माता की जय के जयघोष लगाते जम्मू कश्मीर के युवा इन दिनों फौजी बनकर देशसेवा करने के लिए मैदान में खूब पसीना बहा रहे हैं। जम्मू संभाग के सियासी जिले के तलवाड़ा में मंगलवार को शुरू हुई सेना की भर्ती रैली में पहले दिन 2500 युवाओं ने दमखम दिखाया। सात दिन तक चलने वाली इस भर्ती रैली में जम्मू संभाग के दूरदराज पहाड़ी जिलों डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ, ऊधमपुर, रामबन व रियासी के करीब 29 हजार युवा भाग ले रहे हैं। जम्मू कश्मीर के युवा भर्ती मैदान से पाकिस्तान को संदेश दे रहे हैं कि अब गुमराह होने का वक्त गुजर गया अब गुमान करने का समय है।
जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद सेना की यह पहली भर्ती रैली हो रही है। काउंटर इंसरजेंसी यूनिफॉर्म फोर्स की तरफ से रियासी के तलवाड़ा स्पेशल पुलिस ट्रेङ्क्षनग सेंटर मे मंगलवार से सेना की मेगा भर्ती रैली शुरू की गई। पहले दिन रामबन और किश्तवाड़ जिला के लगभग ढाई हजार युवा भर्ती रैली में शामिल हुए। युवाओं में सेना की वर्दी पहनकर देशसेवा करने के जोश का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अधिकतर अभ्यार्थी सोमवार शाम को ही तलवाड़ा पहुंच गए थे। युवाओं की भीड़ को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना ने विशेष बंदोबस्त भी किए हैं।
रोशनी की पहली किरण के साथ ही मैदान में पहुंचे युवा :
मंगलवार तड़के रोशनी की पहली किरण के साथ ही युवक भर्ती स्थल पर पहुंच गए। पहले ग्राउंड में अभ्यार्थियों के मेडिकल टेस्ट और शारीरिक दमखम की जांच हुई। शारीरिक दमखम में युवाओं को दौड़ पुशअप, जंप आदि कराया गया। मेडिकल और शारीरिक दमखम की जांच में सफल रहे अभ्यार्थियों को अब अगले चरण की जांच से गुजरना पड़ेगा। भर्ती रैली के दूसरे दिन बुधवार को डोडा जिला के अभ्यार्थी भाग लेंगे।
युवा बोले, आतंकियों और पाकिस्तान से निपट लेंगे :
भर्ती मैदान में पहुंचे युवाओं ने कहा कि वे सैनिक बनकर आतंकियों और उन्हें शरण देने वाले पाकिस्तान के साथ कश्मीर के पत्थरबाजों से भी निपट लेंगे। किश्तवाड़ के आरिफ ने कहा कि उन्होंने कई महीनों से मैदान में तैयारी की है। पूरा यकीन है कि सेना में भर्ती होकर वर्दी डालने का सपना पूरा होगा। इसके लिए परिवारजनों ने भी मेरी हिम्मत बढ़ाई है। वहीं रामबन के तरसेम ने कहा कि कामयाब हुए तो ठीक है, नहीं तो और मेहनत कर अगली भर्ती रैली में शामिल होंगे।
दिया जा रहा सैनिक बनने का मौका : ले. कर्नल देवेंद्र आनंद
जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेन्द्र आनंद ने दैनिक जागरण को बताया कि इस भर्ती रैली में डोडा, किश्तवाड़, राजौरी, पुंछ, ऊधमपुर, रामबन व रियासी जिलों के युवाओं को सेना में भर्ती होने का मौका मिल रहा है। पहले यह भर्ती एक सितंबर से शुरू होनी थी। इंटरनेट सेवाएं बंद होने से उपजे हालात को ध्यान में रखते हुए आनलाइन आवेदन करने की तिथि के साथ भर्ती रैली की तिथि को भी बढ़ा दिया गया। अब यह रैली तीन से नौ सितंबर तक हो रही है।
इन पदों के लिए हो रही भर्ती :
भर्ती रैली सैनिक सामान्य ड्यूटी, सैनिक टेक्निकल, नर्सिंग असिस्टेंस, सैनिक क्लर्क, स्टोरकीपर व ट्रेडसमैन पदों के लिए हो रही है। भर्ती रैली के तहत पहले फिजिकल टेस्ट उसके बाद मेडिकल टेस्ट व अंत व लिखित परीक्षा होगी।
अगले तीन महीने में भी होंगी भर्ती रैली :
सेना का पूरा प्रयास है कि जम्मू कश्मीर के युवाओं के जोश को सही दिशा दी जाए। इसलिए बड़े पैमाने पर भर्ती रैली का आयोजन किया जा रहा है। सेना अक्टूबर से दिसंबर तक भी जम्मू व कश्मीर में कई भर्ती रैली का आयोजन करेगी।