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जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के पूर्व प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया का निधन

भूपेंद्र सिंह सलाथिया वर्ष 2007-08 वर्ष 2010-12 और वर्ष 2017-19 के दौरान जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के प्रधान पद पर रहे।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Sat, 27 Jun 2020 12:31 PM (IST)Updated: Sat, 27 Jun 2020 12:31 PM (IST)
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के पूर्व प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया का निधन
जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के पूर्व प्रधान सीनियर एडवोकेट बीएस सलाथिया का निधन

जम्मू, जागरण संवाददाता। जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के तीन बार प्रधान रह चुके सीनियर एडवोकेट भूपेंद्र सिंह सलाथिया का शनिवार सुबह निधन हो गया। बीमारी के चलते पीजीआई चंडीगढ़ में उनका उपचार चल रहा था और सुबह साढ़े सात बजे उनका निधन हो गया। उनके पार्थिव शरीर के आज शाम तक जम्मू पहुंचने की संभावना है। पारिवारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रविवार शाम चार बजे शहर के जोगी गेट शमशान घाट में उनका अंतिम संस्कार होगा। वह अपने पीछे पत्नी, दो बेटियां व एक बेटा छोड़ गए है।

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भूपेंद्र सिंह सलाथिया वर्ष 2007-08, वर्ष 2010-12 और वर्ष 2017-19 के दौरान जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट बार एसोसिएशन जम्मू के प्रधान पद पर रहे। सलाथिया कांग्रेस के एक कदावर नेता थे और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के काफी नजदीकी रहे है। वर्ष 2008 के दौरान वह जम्मू-कश्मीर के सीनियर एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद पर भी कार्यरत रहे। इसी वर्ष श्री अमरनाथ भूमि को लेकर विवाद उत्पन्न हुआ और श्री अमरनाथ यात्रा संघर्ष समिति का गठन हुआ जिसमें सलाथिया को सह-संयोजक बनाया गया। सलाथिया जम्मू की एक शख्सियत थे और उन्होंने श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन का कुशलता पूवर्क सह-नेतृत्व करते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला।

सलाथिया स्वयं कांग्रेस नेता था और उस समय जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस-पीडीपी सरकार होने के बावजूद उन्होंने जम्मू की आवाज बनकर संघर्ष को बढ़ाया। आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए सलाथिया ने जम्मू-कश्मीर के सीनियर एडिशनल एडवोकेट जनरल के पद पर से भी इस्तीफा दे दिया। करीब दो महीने तक चले श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन के बाद जब राज्यपाल प्रशासन ने समिति के साथ समझौता किया तो उसके कानूनी पहलुओं का बारीकी से अध्ययन करने के बाद सलाथिया ने ही ड्राफ्ट तैयार करवाया। सलाथिया के निधन से न्यायपालिका से जुड़े लोगों के अलावा आम जम्मू वासी भी सदमे में है। 


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