कश्मीर में दवाइयों के अवैध कारोबार का भंडाफोड़
नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की खेप बरामद कर एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है। दवाइयां हिमाचल प्रदेश के सिरमौर से आई थी।
राज्य ब्यूरो, जम्मू : कश्मीर में अवैध रूप से चल रहे दवाइयां के धंधे का ड्रग एंड फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन ने भंडाफोड़ किया है। यह खेल कुछ ट्रांसपोर्ट एजेंसी के सहयोग से चल रहा था। नशे के लिए इस्तेमाल होने वाली दवाइयों की खेप बरामद कर एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया गया है। दवाइयां हिमाचल प्रदेश के सिरमौर से आई थी।
ड्रग एंड फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन के अधिकारियों ने कुछ दिन पहले ही दवाइयों के अवैध धंधे को रोकने के लिए कश्मीर में दुकानों के अलावा ट्रांसपोर्ट एजेंसियों के कार्यालयों में औचक निरीक्षण किए। दरअसल, श्रीनगर सहित कई अन्य जगहों पर दवाइयों के अवैध धंधे की शिकायतें आ रही थीं। कई ट्रांसपोर्ट एजेंसियों को नोटिस भी जारी किए गए। ड्रग एंड कास्मेटिक एक्ट के तहत जारी नोटिस में कहा कि जम्मू-कश्मीर में दवाइयों की कोई भी खेप ड्रग कंट्रोल अधिकारी की इजाजत के बगैर नहीं आएगी। इसके बाद पारिमपोरा श्रीनगर में एक ट्रांसपोर्ट एजेंसी ने ड्रग कंट्रोल अधिकारी को बताया कि मैसर्स एआइ इंटरप्राइजेज श्रीनगर के नाम दवाइयों की खेप बुक हुई है। संबंधित अधिकारी टीम के साथ गोदाम में पहुंचे और पाया कि दवाइयों में कोडिसन और मैक्सकाफ खांसी के सिरप आए हैं। यह सिरप मैसर्स थ्री बी हेल्थकेयर लिमिटेड रामपुरा रोड पनोता साहिब जिला सिरमौर हिमाचल प्रदेश ने बनाई हैं। जांच में पाया कि यह खेप धोखाधड़ी से बुक करवाई है। इसके बाद सभी संबंधित दस्तावेजों को जब्त कर लिया। आरोपित आदिल फारूक राह को जांच के लिए हिरासत में ले लिया। जांच टीम में डिप्टी ड्रग कंट्रोलर कश्मीर इरफाना अहमद के अलावा ड्रग कंट्रोल अधिकारी सज्जाद अहमद, याब्बीर अहमद पंडित, शाहनवाज अहमद, हुमारिया याल और मोहम्मद यूनिस श्यामिल थे। डिप्टी ड्रग कंट्रोलर ने जानकारी देने के लिए ट्रांसपोर्ट एजेंसी की सराहना की। इसी बीच ड्रग कंट्रोलर जम्मू-कश्मीर लोतिका खजूरिया ने यह मामला हिमाचल प्रदेश के ड्रग कंट्रोलर के समक्ष भी उठाया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की दवाइयां जम्मू-कश्मीर में युवाओं के भविष्य को खराब करने के लिए लाई जा रही हैं।