श्रीनगर में अपना नेटवर्क बढ़ाने काे अब छात्रों को हथियार बना रहा जैश-ए-मोहम्मद
जैश-ए-मोहम्मद द्वारा बरगलाए गए कुछ और लड़कों के बारे मे अहम जानकारियां दी हैं। फिलहाल इन तीनों के परिजनों को सूचित करने के साथ ही पुलिस ने इनकी कौंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरु कर दी
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में लगातार अपना नेटवर्क बढ़ाने का प्रयासरत जैश-ए-मोहम्मद अब छात्रों को हथियार बना रही है। जैश की ऐसी एक साजिश को शुक्रवार को पुलिस ने नाकाम बनाते हुए तीन छात्रों को गिरफ्तार किया है। यह तीनों शहर में ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने का मौका तलाश रहे थे। यहां यह बताना असंगत नहीं होगा कि पुलवामा हमले की आज बरसी भी थी। जैश-ए-मोहम्मद के एक आत्मघाती आतंकी ने 14 फरवरी 2019 को लिथ्पोरा में सीआरपीएफ काफिले पर हमला किया था। हमले में 40 सीआरपीएफ कर्मी शहीद हुए थे।
सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए छात्रों में दो 12वीं कक्षा में पढ़ते हैं और दोनों ही श्रीनगर के अरिबाग नौगाम और गुलशनाबाद हैदरपोरा इलाके के रहने वाले हैं। तीसरा छात्र दसवीं में पढ़ता है और करालपोरा बडगाम का रहने वाला बताया जाता है। इनके पास से एक ग्रेनेड भी मिला है। यह पुलवामा हमले की बरसी पर जैश के इशारे पर ग्रेनेड हमला करने वाले थे। यह तीनों आज दोपहर सचिवालय से कुछ ही दूरी पर स्थित मगरमल बाग इलाके में एक विशेष सूचना के आधार पर पकड़े गए हैं।
इन्होंने जैश-ए-मोहम्मद द्वारा बरगलाए गए कुछ और लड़कों के बारे मे अहम जानकारियां दी हैं। फिलहाल, इन तीनों के परिजनों को सूचित करने के साथ ही पुलिस ने इनकी कौंसलिंग की प्रक्रिया भी शुरु कर दी है।