Jammu: जेल में बंद कैदियों से मिलकर भावुक हुए उनके परिवार वाले, कोरोना महामारी के कारण दस महीने बाद हुई मुलाकात
कोरोना महामारी के कारण दस महीने बाद जेल में बद कैदियों और उनके परिवार वालों की मुलाकात शुरू हो गई। गणतंत्र दिवस के मौके पर कैदियों को तोहफा दिया गया। चट्ठा की बुजुर्ग महिला जिला जेल जम्मू में बंद अपने बेटे को आठ माह बाद देख कर भावुक हो गई।
जम्मू, जागरण संवाददाता : करीब एक वर्ष बाद अपने पिता को देखकर नौ वर्षीय मोहम्मद हुसैन की आंखें खुशी से नम हो गई। हुसैन के पिता एजाज हुसैन जिला जेल अंबफला में बंद हैं। कोरोना महामारी के चलते वह अपने परिवार से करीब एक वर्ष से मिल नहीं पाए थे। एजाज की पत्नी अपने चार बच्चों के साथ उन्हें अपने पिता से मिलवाने के लिए जिला जेल अंबफला में लेकर आई थी। नौ वर्षीय हुसैन ने बताया कि वह इन दिनों अपने रिश्तेदार के पास मुंबई में रह कर पढ़ाई कर रहा है। जैसे ही उसे पता चला कि जेल में मुलाकात शुरू हो गई है तो उसकी मां सभी चार भाई-बहन को लेकर जम्मू आ गई। हुसैन का सबसे छोटा भाई चार वर्ष का है। एजाज की पत्नी ने बताया कि मई, 2019 में उनके पति को जम्मू पुलिस ने मादक तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया था।
कोरोना महामारी के कारण करीब दस महीने बाद जेल में बद कैदियों और उनके परिवार वालों की मुलाकात शुरू हो गई। गणतंत्र दिवस के मौके पर कैदियों को तोहफा दिया गया। चट्ठा में रहने वाली बुजुर्ग महिला जिला जेल जम्मू में बंद अपने बेटे को आठ माह बाद देख कर भावुक हो गई। उनकी आंखों से आंसू झलक पड़े। मां की आंखों में आंसू देख कर अमित कुमार भी भावुक हो गया। अमित युवती से छेड़छाड़ के आरोप में जेल में बंद है। जेल पुलिस ने कैदियों की उनके परिजनों ने भेंट करवाने के लिए बनाए गए कमरे में कुल 17 कैबीन बनाए थे। इसके अलावा वहां बच्चों के खेलने के लिए भी कोने में खिलौने रखे गए हैं।
केबिन में बाहरी ध्वनि ना आए, इसके लिए पर्याप्त बंदोबस्त किए गए थे। जेल सुपरिंटेंडेंट मिर्जा सलिम अहमद बेग ने बताया कि पुलिस महानिदेशक जेल वीके सिंह की देखरेख में जेल पुलिस ने कैदियों की सुविधा के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए हैं, जिसमें जेलों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए जोड़ा गया है। मुलाकात और टेलीकांफ्रेंस के जरिये कैदी अपने परिजनों से भेंट कर सकते हैं। 24 मार्च, 2020 को घोषित हुए लॉकडाउन के चलते जेल में मुलाकात को रोक दिया गया था। अब कैदियों को जेल प्रशासन ने गणतंत्र दिवस का तोहफा दिया है।