राज्य में रेडक्रॉस कर रहा अपनी फोर्स तैयार
प्राकृतिक आपदा हो या फिर स्वास्थ्य संबंधी समस्या। राज्यवासियों की सहायता के लिए रेडक्रॉस
प्राकृतिक आपदा हो या फिर स्वास्थ्य संबंधी समस्या। राज्यवासियों की सहायता के लिए रेडक्रॉस हमेशा आगे रहा है। कई बार फंड्स की कमी का भी सामना करना पड़ा, बावजूद रेडक्रॉस ने वर्ष 2005 के भूकंप पीड़ितों व स्नो सुनामी प्रभावितों की मदद करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। राज्य में अक्टूबर 1963 में शुरू रेडक्रॉस मूवमेंट के साथ आज हजारों स्वयं सेवक जुड़े हैं। रीजनल रेडक्रॉस सोसायटी जम्मू के सेक्रेटरी दिनेश गुप्ता ने रेडक्रॉस द्वारा जम्मू संभाग में करवाए जा रहे कार्यो पर विस्तार से दैनिक जागरण के रोहित जंडियाल से बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों विशेषकर सीमांत लोगों की जान बचाने के लिए रेडक्रॉस बड़ी फोर्स तैयार कर रहा है।
रेडक्रॉस का इस समय जम्मू में किस पर ध्यान केंद्रित है?
इस समय पूरा ध्यान प्राथमिक उपचार की ट्रे¨नग पर है। अंतरराष्ट्रीय सीमा से लेकर नियंत्रण रेखा के पांच किलोमीटर के दायरे में रहने वाले लोगों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन क्षेत्रों में पाक गोलाबारी में कई लोग घायल हो जाते हैं। उस समय तुरंत उन्हें प्राथमिक उपचार की जरूरत होती है। इन क्षेत्रों में रहबर-ए-तालीम शिक्षकों, आंगनबाड़ी वर्कर्स को विशेष रूप से ट्रे¨नग दी जा रही है। समाज के विभिन्न वगों के लोगों को भी ट्रे¨नग दी जा रही है। लोगों को यह सिखाया जा रहा है कि घायलों को किस प्रकार से उठाकर अस्पताल पहुंचाया जाता है। कई बार घायलों को खून नहीं मिल पाता। इसके लिए क्या कर रहे हैं?
यह सही है। परंतु रेडक्रॉस समय-समय पर मेडिकल कॉलेज जम्मू या फिर स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से रक्तदान कैंप आयोजित करता है ताकि जरूरतमंद लोगों को परेशान न होना पड़े। लोगों को रक्तदान के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। यही नहीं जम्मू और श्रीनगर में अपने ब्लड बैंक स्थापित करने के लिए नेशनल हेडक्वार्टर को प्रस्ताव भेजे गए हैं। उम्मीद है जल्द ब्लड बैंक स्थापित हो जाएंगे। जरूरतमंद मरीजों और घायलों के लिए रेडक्रॉस ने एंबुलेंस सेवा भी शुरू की है।
गरीबों और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों के लिए रेडक्रॉस क्या कर रहा है?
रेडक्रॉस ने बहुत से काम शुरू किए हैं। जो बच्चे अनाथ हैं उनकी पढ़ाई का खर्च रेडक्रॉस उठा रहा है। यह जरूरी नहीं है वह गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले हों। किसी भी जरूरतमंद बच्चे की रेडक्रॉस मदद करता है। इसके अलावा किडनी, लीवर के जरूरतमंद मरीजों की भी रेडक्रॉस इलाज के लिए सहायता करता है। दिव्यांगों को ट्राइसाइकिल भी दिए जाते हैं। रेडक्रॉस इंटीग्रेटेड चाइल्ड प्रोटेक्शन स्कीम में जरूरतमंद बच्चों को सहायता पहुंचाने के लिए काम करेगा। हाल ही में बारिश के कारण बहुत नुकसान हुआ, उसके लिए रेडक्रॉस क्या कर रहा है?
जम्मू में कई जगहों पर पिछले दिनों बारिश के कारण नुकसान हुआ है। रेडक्रॉस के किसी भी सदस्य को इसकी जानकारी मिली तो प्रभावितों को तुरंत जरूरत का सामान दिया गया। कपड़े, बर्तन, कंबल, टेंट समेत अन्य सामान बांटकर राहत पहुंचाई जा रही है। कोई भी अपादा हो रेडक्रॉस हमेशा आगे नजर आएगा।
रेडक्रॉस सराय में सुविधाओं का अभाव क्यों हैं?
उ. रेडक्रॅास सराय मेडिकल कॉलेज व सहायक अस्पतालों में भर्ती मरीजों के तीमारदारों के लिए बनाई गई है। इसमें पानी की कमी और सीवरेज की समस्या थी। इस पर काम चल रहा है। तीन लाख 94 हजार रुपये मरम्मत के लिए दिए गए हैं। काम जारी है। जल्दी ही इसमें सभी सुविधाएं होंगी। तीमारदार को ठहरने के लिए मात्र पचास रुपये बिस्तर और दस रुपये खाने के लिए देने पड़ते हैं।
जम्मू के बाहर जिलों में रेडक्रॉस अपनी गतिविधियां क्यों नहीं बढ़ा रहा?
रेडक्रॉस का पूरा प्रयास है कि सभी जिलों में लोगों को लाभ मिले। यह एक गैर सरकारी संस्था है। कठुआ, पुंछ जिलों में अभी सचिव नियुक्त नहीं हैं। अन्य में काम जारी है। सभी जिला सोसायटियां अपने स्तर पर काम कर रही हैं। जम्मू में रेडक्रॉस मेला आयोजित कर फंड जुटाया जाता है। अन्य जिलों में भी ऐसे प्रयास किए जा रहे हैं ताकि अधिकांश जरूरतमंद लोगों को इसका लाभ मिल सके।