घाटी में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने का निर्देश, उपराज्यपाल ने सुरक्षा व्यवस्था जांची
उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घाटी में रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवाई जाए ताकि वे अपने आपे काे सुरक्षितम महसूस कर सके।अभी तक घाटी में रहे रहे कश्मीरी हिंदुओं की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी गई।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने वीरवार शाम को दिल्ली से वापस आते ही एक उच्च स्तरीय बैठक में राजभवन में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा परिदृश्य की समीक्षा की। दो दिन पहले ही गृहमंत्री अमित शाह की बैठक के बाद उपराज्यपाल की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में घाटी में रह रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की सुरक्षा के अलावा बाबा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा पर भी विस्तार से चर्चा की गई। उपराज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि घाटी में रहे अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया करवाई जाए ताकि वे अपने आपे काे सुरक्षितम महसूस कर सके।
इस दौरान उपराज्यपाल को अभी तक घाटी में रहे रहे कश्मीरी हिंदुओं की सुरक्षा के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी गई। इसमें उनकी सुरक्षित जगहों पर तैनाती के लिए उठाए गए कदम भी शामिल है। कश्मीरी हिंदू कई दिनों से सुरक्षा की मांग को लेकर घाटी के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन कर रहे हैं। गृहमंत्री की बैठक में भी कश्मीरी हिंदुओं को सुरक्षा देने पर मंथन हुआ था। उपराज्यपाल ने तीस जून से शुरू हो रही बाबा अमरनाथ की यात्रा के लिए भी भी किए जा रहे प्रबंधों के बारे में जानकारी ली।
आधार शिविर से लेकर भवन तक किए जा रहे सुरक्षा प्रबंधों के बारे में बताया गया। यात्रा में एंटी ड्रोन प्रणाली के इस्तेमाल से लेकर गाड़ियों को ट्रैक करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में भी बताया गया। उपराज्यपाल ने कहा कि कुछ लोग घाटी के माहौल को खराब करने की साजिशरच रहे हैं। ऐसे तत्वों के मंसूबों को कभी भी सफल नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने अधिकारियों को सुरक्षा के लिए हर स्तर पर प्रबंध करने को कहा। इसमें गृहमंत्री की अध्यक्षता में हुई बैठक में किए गए फैसलों को लागू करने पर भी चर्चा हुई। बैठक में पुलिस, सुरक्षा बलों के अधिकारियों के अलावा नाबरिक प्रशासन से जुड़े उच्चाधिकारी भी मौजूद थे।