Kupwara Infiltration : एलओसी पर तंगधार सेक्टर में हमले का षड्यंत्र विफल, एक आतंकी ढेर, दो भागे
टंगडार (कुपवाड़ा) सेक्टर में घुसपैठ कर आए एक आतंकी को सेना ने मार गिराया जबकि उसके दो अन्य साथी अपनी जान बचाते हुए वापस गुलाम जम्मू कश्मीर की तरफ भाग निकले। इसी दौरान बारामुला के तारिपोरा इलाके में भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी घायल हो गया।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : जम्मू कश्मीर के भारत विलय की 76वीं वर्षगांठ पर उत्तरी कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर एक अग्रिम क्षेत्र में घुसपैठ और हमले की पाकिस्तान के एक बड़े षड्यंत्र को सेना ने विफल कर दिया। टंगडार (कुपवाड़ा) सेक्टर में घुसपैठ कर आए एक आतंकी को सेना ने मार गिराया, जबकि उसके दो अन्य साथी अपनी जान बचाते हुए वापस गुलाम जम्मू कश्मीर की तरफ भाग निकले। इसी दौरान, बारामुला के तारिपोरा इलाके में भी आतंकियों के साथ मुठभेड़ में एक सैन्यकर्मी घायल हो गया। यहां देर शाम घेराबंदी जारी थी।
जानकारी के अनुसार, सुरक्षा एजेंसियों को पता चला था कि विलय दिवस पर सीमा पार बैठे आतंकी सरगना अपने कैडर को उत्तरी कश्मीर में अग्रिम भारतीय इलाकों में किसी बड़े हमले के लिए तैयार कर चुके हैं। इसे देखते हुए एलओसी पर चौकसी को बढ़ाया गया था। टंगडार सेक्टर में सुदपोरा के पास नाका लगाए बैठे जवानों ने मंगलवार आधी रात के बाद करीब पौने दो बजे स्वचालित हथियारों से लैस तीन आतंकियों को भारतीय सीमा में दाखिल होते देखा।
जवानों ने घुसपैठियों को ललकारते हुए आत्मसमर्पण के लिए कहा। इसपर घुसपैठियों ने गोलीबारी शुरू कर दी और वापस गुलाम कश्मीर की तरफ भागे। जवानों ने भी जवाबी फायर किया। करीब 40 मिनट तक हुई मुठभेड़ के बाद आतंकियों की तरफ से फायरिंग बंद होने पर जवानों ने भी जवाबी फायर रोक दिया। सूर्योदय के बाद जवानों ने तलाशी ली तो उन्हें वहां गोलियों से छलनी एक आतंकी का शव और उसके हथियार व अन्य साजो सामान मिला।
मुठभेड़स्थल पर जवानों को गुलाम कश्मीर की तरफ जाते खून के धब्बे भी नजर आए, जिनके आधार पर दावा किया जा रहा है कि मारे गए आतंकी के अन्य दोनों साथी जख्मी हालत में वापस भाग गए।मारे गए आतंकी के पास से उसका पहचानपत्र भी मिला है और उसके आधार पर उसकी पहचान लश्कर के आतंकी मोहम्मद शकूर उम्र 32 वर्ष, निवासी सैयदपोरा गुलाम जम्मू कश्मीर के रूप में हुई है। यह गांव किशनगंगा दरिया के पार लीपा घाटी में ही है।