इंडो-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास संपन्न
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राज्य ब्यूरो, जम्मू : ओमान की रायल आर्मी को आतंकवाद का सामना करने के गुर सिखाने के लिए ओमान की जावेल अल अखदर पहाड़ियों में 14 दिवसीय इंडो-ओमान संयुक्त सैन्य अभ्यास, अल नगाह 3 सोमवार को संपन्न हो गया।
जावेल रेजीमेंट के निजवा स्थित मुख्यालय में रायल आर्मी ऑफ ओमान और भारतीय सेना ने संयुक्त अभ्यास में हिस्सा लेकर आतंकवाद और अन्य चुनौतियों का सामना करने की दिशा में मिलकर कार्य किया। इस दौरान आतंकरोधी अभियान चलाने, माउंटेन वारफेयर, आधुनिक हथियारों के इस्तेमाल व एरिया डॉमीनेशन पर काम किया गया। संयुक्त अभ्यास की कार्रवाई संयुक्त राष्ट्र के मानकों के तहत की गई। यह अभ्यास 12 मार्च को शुरू हुआ था।
संयुक्त अभ्यास में हिस्सा लेने ओमान पहुंची सेना की 60 सदस्यीय टुकड़ी जम्मू कश्मीर की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रही सेना की उत्तरी कमान की 10 गढ़वाल रेजीमेंट की थी। इसमें चार अधिकारी, नौ जूनियर कमान अधिकारी व 47 अन्य रैंक के अधिकारी शामिल थे। टुकड़ी के सदस्य आतंकवाद से निपटने और हथियारों के इस्तेमाल में विशेष महारत रखते हैं। ओमान रवाना होने से पहले उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिग इन चीफ लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने भी इन सैनिकों का उत्साह बढ़ाया था।
इसी बीच अब तक दोनो सेनाओं के बीच दो संयुक्त अभ्यास हो चुके हैं। पहला संयुक्त अभ्यास ओमान तो दूसरा हिमाचल प्रदेश के चंबा के बकलोह में हुआ था। इनमें सेना की उत्तरी कमान के जवानों ने मुख्य भूमिका निभाई थी। इस समय सेना की उत्तरी कमान जम्मू कश्मीर में पाकिस्तान की गोलाबारी का सामना करने के साथ आतंकवाद को बढ़ावा देने के उसके मंसूबों को भी नाकाम बना रही है। आतंकवाद का सामना करने में इस समय सेना की उत्तरी कमान का कोई जवाब नहीं है।
दोनों सेनाएं वर्ष 2006 से एक दूसरे को सहयोग दे रही हैं। सैन्य क्षेत्र के साथ दोनों देश व्यापार, वाणिज्य, ऊर्जा व सुरक्षा के क्षेत्र में भी एक दूसरे को सहयोग दे रहे हैं।