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लद्दाख में वायुसेना ने दिखाया दमखम

राज्य ब्यूरो, जम्मू : चीन से सटे लद्दाख में जरूरत पड़ी तो भारतीय वायुसेना चंद मिनटों में टैंक

By JagranEdited By: Published: Wed, 19 Dec 2018 02:55 AM (IST)Updated: Wed, 19 Dec 2018 02:55 AM (IST)
लद्दाख में वायुसेना ने दिखाया दमखम

राज्य ब्यूरो, जम्मू : चीन से सटे लद्दाख में जरूरत पड़ी तो भारतीय वायुसेना चंद मिनटों में टैंक और सेना के साजोसामान के साथ फौज पहुंचा देगी। क्षेत्र में सैन्य ताकत बढ़ाने की मुहिम के तहत भारतीय वायुसेना ने चंद मिनटों में करीब 500 टन सामान से भरे अपने 16 बड़े विमान उतारकर यह साबित कर दिया।

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यह अपनी तरह का रिकार्ड है, जब भारतीय वायुसेना ने एक ही झटके में इतने सामान को लेह व क्षेत्र के अन्य ड्रॉप जोन्स में सेना और वायुसेना तक पहुंचाकर अपनी कार्य कुशलता का परिचय दिया। जम्मू कश्मीर के लद्दाख का एक हिस्सा चीन तो दूसरा हिस्सा पाकिस्तान से सटा है। भारतीय सेना ने क्षेत्र में युद्ध लड़कर सियाचिन ग्लेशियर पर कब्जा करने की पाकिस्तान की साजिश को नाकाम बनाया है।

भारतीय वायुसेना बर्फीले रेगिस्तान लद्दाख की लाइफ लाइन है। वायुसेना के सहयोग से भारतीय सेना सियाचिन में खून जमाने वाली ठंड में दुश्मन के सामने मोर्चा संभाले हुए हैं। सर्दियों के महीने में जब लद्दाख शून्य से कम तापमान में जम जाता है तो वायुसेना की भूमिका और भी अहम हो जाती है। भारतीय वायुसेना ने अपनी क्षमता का परिचय उस समय दिया है, जब लद्दाख शेष देश से सड़क मार्ग से कटा हुआ है। ऐसे हालात अप्रैल तक बरकरार रहते हैं।

वायुसेना की क्षमता का परिचय लेने के लिए चंडीगढ़ से चलाए गए इस अभियान में भारतीय वायुसेना के सबसे बड़े विमान सी 17 ग्लोब मास्टर के साथ बड़े आइएल 76 विमान व मीडियम टेक्निकल विमान एएन 32 शामिल हुए। ये 16 फिक्स ¨वग विमान सुबह चंडीगढ़ से उड़े और करीब एक घंटे में अपना काम कर दिया था। इन विमानों में 463 टन सामान लोड था। यह एक अभ्यास था, जिसमें यह देखा गया कि आपदा की स्थिति में त्वरित कार्रवाई कैसी की जाएगी। लद्दाख दोहरी चुनौतियों का सामना करता है। एक ओर पाकिस्तान व चीन जैसे आक्रामक देश हैं तो दूसरी ओर प्राकृतिक आपदा का खतरा बना रहता है। इन दोनों चुनौतियों का सामना करने में भारतीय वायुसेना की भूमिका अहम है।

सामरिक दृष्टि से लद्दाख सशस्त्र सेनाओं के लिए बहुत अहम है। पूर्वी लद्दाख के सामने चीन ने नियंत्रण रेखा के काफी नजदीक तक सड़कें बना दी हैं। ऐसे हालात में चुनौतियों का सामना करने के लिए क्षेत्र में भारतीय वायुसेना सशक्त हो रही है। भारतीय वायुसेना ने चीन से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास दौलत बेग ओल्डी में अपनी एडवांस लैं¨डग ग्राउंड बनाई है।

लद्दाख में भारतीय वायुसेना की इस महत्वूपर्ण उपलब्धि पर रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण व रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने भी वायुसेना और इस अभियान में शामिल हवाई योद्धाओं को बधाई दी है।


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