जम्मू-कश्मीर के छह जिला मुख्यालयों में बने 87 मतगणना केंद्र, करीब 900 टेबल लगेंगे
इस समय राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार उच्च स्तरीय बैठकों में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। राज्य में 23 मई को छह संसदीय सीटों के लिए मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप देने की मुहिम जारी है। राज्य प्रशासन व मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने मतगणना को कामयाब बनाने के लिए कमर कस ली है। वहीं, राजनीतिक दल भी मतगणना पर पैनी नजर रखने की तैयारी में हैं।
ऐसे में राजनीतिक पार्टियों ने मतगणना केंद्रों में मौजूद काउंटिंग एजेंटों की सूची रिटर्निग अधिकारियों को सौंप दी है। इस समय उनके पहचान पत्र बनाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्रवाई चल रही है। मुख्य निर्वाचन कार्यालय ने काउंटिंग सेंटरों में मौजूद रहने वाले राजनीतिक प्रतिनिधियों को आज से पहचान पत्र देना शुरू कर दिए हैं। बिना पहचान पत्र के किसी को भी काउंटिंग सेंटर में जाने की अनुमति नहीं होगी। उम्मीदवार भी सुरक्षा के बिना ही मतगणना केंद्र में जा सकते हैं।
राज्य के छह जिला मुख्यालयों में बने 87 मतगणना केंद्रों में मतगणना के लिए करीब 900 टेबल लगेंगे। इनमें से 425 जम्मू संभाग की दो संसदीय सीटों के लिए होंगे। मतगणना की पारदर्शिता के लिए इन पर राजनीतिक पार्टियों के काउंटिंग एजेंट भी मौजूद रहेंगे। ऐसे में इस समय राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी शैलेन्द्र कुमार उच्च स्तरीय बैठकों में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। वह श्रीनगर में सोमवार को इस संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
इस समय ट्रेनिंग के लिए बनाए गए छह मॉडल मतगणना केंद्रों में रिटर्निग व सहायक रिटर्निग अधिकारियों की ट्रेनिंग 21 मई को संपन्न हो जाएगी। राज्य में 23 मई को जम्मू संभाग में दो, कश्मीर संभाग की तीन व लद्दाख की एक सीट के लिए मतगणना होनी है। जम्मू-पुंछ संसदीय सीट के लिए मतगणना केंद्र जम्मू में, ऊधमपुर-डोडा के लिए कठुआ और कश्मीर की तीन सीटों के लिए मतगणना केंद्र अनंतनाग, श्रीनगर व बारामुला जिलों में बनाए गए हैं। इन जिलों में रिटर्निग अधिकारी जिला प्रशासन को मतगणना के लिए चुस्त दुरुस्त बनाने की मुहिम पर हैं।
भारतीय चुनाव आयोग की टीम ने भी गत दिनों जम्मू व कश्मीर का दौरा कर तैयारियों का जायजा लिया था। शैलेन्द्र कुमार का कहना है कि हम मतगणना को कामयाब बनाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। रिटर्निग अधिकारी उच्च स्तरीय बैठकों में मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दे रहे हैं। पारदर्शी तरीके से मतगणना करवाने के लिए उनकी ट्रेनिंग भी करवाई जा रही है। मतगणना केंद्रों में सुरक्षा के कड़े प्रबंध रहेंगे। सिर्फ उन्हें ही अंदर जाने दिया जाएगा, जिन्हें मतगणना केंद्रों में जाने के लिए भारतीय चुनाव आयोग के पहचान पत्र दिए गए हैं।
सियासी दलों ने भी कसी कमर, एजेंट बनाए
राज्य की छह संसदीय सीटों के लिए 23 मई को होने वाली मतगणना पर पैनी नजर रखने के लिए राजनीतिक दल अपने अपने काउंटिंग एजेंटों को तैयार कर रहे हैं। ऐसे में प्रमुख राजनीतिक दल मतगणना से एक दिन पहले 22 मई को बैठकों में रणनीति बनाएंगे।
जम्मू संभाग की दो संसदीय सीटों के साथ लद्दाख की संसदीय सीट जीतने के लिए मुख्य मुकाबला भाजपा व कांग्रेस के बीच है। जम्मू-पुंछ संसदीय सीट के लिए बने दो काउंटिंग सेंटरों में पॉलीटेक्निक कॉलेज व एमएएम कॉलेज शामिल हैं। इस संसदीय क्षेत्र के बीस विधानसभा क्षेत्रों के लिए इतने ही काउंटिंग हॉल बनाए गए हैं।
वहीं उधमपुर-डोडा संसदीय सीट के लिए कठुआ में मतगणना कठुआ डिग्री कॉलेज में होगी। यहां पर 17 काउंटिंग हाल बनाए गए हैं। ये सभी काउंटिंग सेंटर इस समय कड़ी सुरक्षा के घेरे में हैं। जम्मू पुंछ संसदीय सीट के प्रबल दावेदारों में भाजपा के जुगल किशोर शर्मा व कांग्रेस के रमण भल्ला शामिल हैं। वहीं दूसरी ओर उधमपुर-डोडा संसदीय क्षेत्र में मुख्य मुकाबला प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह व कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह के बीच है। उनके साथ डोगरा स्वाभिमान संगठन के उम्मीदवार व पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह, पैंथर्स पार्टी के चेयरमैन हर्षदेव सिंह भी चुनाव मैदान में हैं।
प्रदेश भाजपा 22 मई को अपने काउंटिंग एजेंटों के साथ बैठक करेगी। प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना जम्मू में तो संगठन महामंत्री अशोक कौल कठुआ में भाजपा के काउंटिंग एजेंटों के साथ बैठकें करेंगे। इस दौरान पोलिंग एजेंटों को चुनाव आयोग के पहचान पत्र भी दे दिए जाएंगे। रैना का कहना है कि राज्य में भाजपा की जीत को लेकर कार्यकर्ता आश्वस्त हैं। ऐसे में हमने 23 मई को नतीजे आते ही बड़े पैमाने पर जीत का जश्न मनाने की तैयारी की है। हर्षदेव सिंह भी 22 मई को मतगणना को लेकर बैठक करेंगे।
जम्मू संभाग की दोनों संसदीय सीटों से भाग्य आजमा रहे पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह जम्मू व कठुआ में मतगणना से पहले बुधवार को बैठक करेंगे। चौधरी लाल सिंह के चीफ इलेक्शन एजेंट कुलजीत सिंह जम्वाल का कहना है कि 22 मई को मतगणना की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जाएगा। डोगरा स्वाभिमान संगठन के पोलिंग एजेंट सभी मतगणना सेंटरों में मौजूद रहेंगे। सभी एजेंटों की नजर मतगणना पर रहेगी और पल-पल की खबर बाहर खड़े पार्टी समर्थकों को देते रहेंगे।
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