Jammu Kashmir : खानाबदोश लोगों को मिलेगी बेहतर चिकित्सा सुविधाएं, 10 करोड़ बजट का प्रावधान किया गया
Gujjar Bakkarwal in Jammu Kashmir योजना के तहत स्वास्थ्य संस्थानों का थ्री टियर नेटवर्क काम करेगाा। जनजाति स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ऊंचाई वाले इलाकों में प्री फैबरीकेटेड हट बनाई जाएगी। मोबाइल मेडिकल यूनिट भी काम करेगी। सब सेंटर का विस्तार किया जाएगा।
जम्मू, राज्य ब्यूरो: जनजाति मामलों के विभाग और नेशनल हेल्थ मिशन ने खानाबदोश लोगों को स्वास्थ्य का बेहतर ढांचा उपलब्ध करवाने के लिए योजना को अंतिम रूप दिया।
योजना के तहत जनजाति मामलों के विभाग के सचिव डा. शाहिद इकबाल चौधरी ने नेशनल हेल्थ मिशन के प्रबंध निदेशक मोहम्मद यासीन चौधरी के साथ बैठक में योजना के विभिन्न पहलुओं पर विचार विमर्श किया। इसमें कार्य क्षमता, ढांचा, पेशेवर मानव संसाधान, सुविधाओं पर चर्चा की गई। चौधरी ने कहा कि मोबाइल मेडिकल यूनिट, स्वास्थ्य प्रणाली पर ध्यान दिया जाएगा।
यासीन चौधरी ने जनजाति स्वास्थ्य योजना को लागू करने की विस्तार से जानकारी दी। योजना में स्वास्थ्य सुविधाएं, मोबाइल हेल्थ केयर, टेलीमेडिसन, कार्य क्षमता, पेशेवर मानव संसाधन नेटवर्क को शामिल किया है। जनजाति मामलों के विभाग ने इसके लिए बजट का प्रस्ताव किया है।
योजना के तहत स्वास्थ्य संस्थानों का थ्री टियर नेटवर्क काम करेगाा। जनजाति स्वास्थ्य केंद्र स्थापित किए जाएंगे। ऊंचाई वाले इलाकों में प्री फैबरीकेटेड हट बनाई जाएगी। मोबाइल मेडिकल यूनिट भी काम करेगी। सब सेंटर का विस्तार किया जाएगा। इन सेंटरों को प्राइमरी चिकित्सा केंद्रों के साथ जोड़ा जाएगा। शुरुआती तौर पर पायलट प्रोजेक्ट चार जिलों में लागू होगा। दो जिले जम्मू व दो कश्मीर से लिए जाएंगे। जिनमें अधिकतर जनजाति जनसंख्या वाले होंगे। बाद में इसे बीस जिलों में ले जाएगा। इसके लिए दस करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है। विस्तार से इसे भारत सरकार के पास ले जाया जाएगा।
70 सालों से पानी की किल्लत से झूज रहा चीर खड गांव : विजयपुर ब्लॉक की पंचायत सुचानी के गांव चीर खड के लोग पिछले 70 सालसे पानी की किल्लत से झूज रहे हैं । चीर खड के लोगों का कहना है गांव मेंपीएचई विभाग द्वारा दो बारी बोरवेल का काम लगाया लेकिन पानी नहीं आया। लोगोंका कहना है कि उन्होंने संबंधित विभाग कार्यालय में भी पानी की समस्या कोअधिकारियों को बताया लेकिन सिवाए आश्वासन के अलावा कुछ नहीं मिला। लोगों मेंपानी की किल्लत को लेकर काफी रोष है और कहना है की वह खुद से पैसा खर्च करपानी का टैंकर मंगवाते हैं और कई बारी नजदीकी पुराने कुएं से पानी लाते हैंजिसका पानी हम कपड़े धोने और नहाने में इस्तेमाल करते हैं। लोगों में फातिमा,शबीना बेगम, नाजिया, रेशमा, रहीम, अब्दुल, नासिर हुसैन आदि ने राज्य केउपराज्यपाल मनोज सिन्हा और सांबा जिला आयुक्त अनुराधा गुप्ता से अपील की है किमैं हम लोगों की समस्याएं को ध्यान में ले और जो पिछले 70 सालों से हम पानी कीकिल्लत से जूझ रहे हैं उस समस्या से छुटकारा दिलाए।