Move to Jagran APP

Corona Fighters: कोरोना को हराने का ये हौसला जिंदगी का सबसे बड़ा है तोहफा, 28 को मिली अस्पताल से छुट्टी

जम्मू के गांधीनगर अस्पताल से बांडीपोरा से एक श्रीनगर से 13 शोपियां से दो बारामुला से चार कुपवाड़ा से एक गांदरबल से तीन और ऊधमपुर से दो मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई।

By Rahul SharmaEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2020 11:13 AM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2020 11:13 AM (IST)
Corona Fighters: कोरोना को हराने का ये हौसला जिंदगी का सबसे बड़ा है तोहफा, 28 को मिली अस्पताल से छुट्टी
Corona Fighters: कोरोना को हराने का ये हौसला जिंदगी का सबसे बड़ा है तोहफा, 28 को मिली अस्पताल से छुट्टी

जम्मू, रोहित जंडियाल। जम्मू के कोविड अस्पताल गांधीनगर में कोरोना वायरस से संक्रमित अब कोई भी मरीज नहीं है। इसमें भर्ती सभी छह मरीज स्वस्थ होकर घरों को जा चुके हैं। गत सोमवार को आखिरी महिला मरीज को भी उपहार देकर छुट्टी दे दी गई। यह सब डॉक्टरों की मेहनत का परिणाम है, जिससे मरीज के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। इसी का नतीजा है कि सोमवार को पूरे जम्मू कश्मीर में अस्पतालों में भर्ती होने वाले कोरोना के मरीजों की संख्या 22 थी, तो 28 मरीजों ने इसे हराकर अस्पताल से छुट्टी ले ली। ऐसा पहली बार हुआ है कि जब एक दिन में एक साथ इतने मरीजों को अस्पतालों से छुट्टी दी गई हो।

loksabha election banner

जम्मू के गांधीनगर अस्पताल से बांडीपोरा से एक, श्रीनगर से 13, शोपियां से दो, बारामुला से चार, कुपवाड़ा से एक, गांदरबल से तीन और ऊधमपुर से दो मरीजों को ठीक होने के बाद छुट्टी दी गई। चेस्ट डिजीज अस्पताल श्रीनगर, शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल सांइसेस और गांधीनगर अस्पताल जम्मू से जब इन मरीजों को छुट्टी दी गई तो अस्पताल के स्टाफ सदस्य उन्हें विदा करने के लिए खुद बाहर आए। सभी ने तालियां बजाकर और उपहार भेंटकर घर भेजा। सभी मरीजों के ठीक होने का सुकून अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टरों के चेहरों पर साफ दिख रहा है। स्वस्थ होने वाले मरीजों के चेहरे की खुशी बयां कर रही है कि कोरोना वायरस को हराने के लिए डाक्टरों से मिला हौसला जिंदगी का सबसे बड़ा तोहफा है। सभी को घरों में दो सप्ताह क्वारंटाइन में रहने को कहा गया है।

दिन-रात काम में जुटे डॉक्टर: डॉक्टर्स एसोसिएशन कश्मीर के प्रधान डॉ. निसार का कहना है कि डॉक्टर दिन-रात एक किए हुए हैं। जिनकी मौत हुई है, उनमें से अधिकांश वृद्ध थे। डॉक्टर्स एसोसिएशन जम्मू के प्रधान डॉ. बलविंद्र सिंह का कहना है कि बहुत से डॉक्टर ऐसे हैं जो घरों में भी नहीं जा रहे हैं। सभी पूरी मेहनत के साथ मरीजों का इलाज कर रहे हैं।

राज्य में अब तक तीस प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके: जम्मू कश्मीर में अब तक कुल 547 मरीजों में से 165 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके है। कुल तीस प्रतिशत मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। पुलवामा जिले से सभी तीन मरीज ठीक हो चुके हैं। इसी तरह किश्तवाड़ जिले से एकमात्र मरीज ठीक हो चुका है। जम्मू जिले में साठ प्रतिशत, ऊधमपुर में 55 प्रतिशत, श्रीनगर में साठ प्रतिशत मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। सिर्फ पांच जिलों में ही संक्रमितों की मौत हुई है। मरने वालों का आंकड़ा एक से दो प्रतिशत के बीच ही है। इसका श्रेय स्वास्थ्य कर्मियों और मरीजों के संक्रमण से लड़ने के जज्बे को दिया जा रहा है।

मरीजों का हौसला बढ़ा रहे डॉक्टर, परिजन भी उत्साह बढ़ा रहे: गांधीनगर कोविड अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एलडी भगत ने बताया कि अस्पताल में कुल छह मरीज भर्ती थे। तीन को एक सप्ताह पहले और शेष तीन को दो दिनों में छुट्टी दी गई है। सोमवार को खौड़ ब्लाक की महिला को भी घर भेज दिया गया। उक्त महिला को 15 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जम्मू के श्री महाराजा गुलाब सिंह अस्पताल में बच्चे को जन्म देने के बाद उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई थी। अस्पताल में वह करीब बारह दिन रही। इस दौरान डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ उसका हौसला बढ़ाते रहे। परिजन भी फोन पर बात कर उसे हिम्मत देते थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.