Militancy In Kashmir : हमले की योजना बना रहे लश्कर के दो आतंकी हथियार-गोलाबारूद के साथ गिरफ्तार
पुलिस ने सेना की 13आरआर और सीआरपीएफ की 45 बटालियन के संयुक्त दल के साथ इलाके में पहुंच आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। सूचना के आधार पर चलाए गए इस तलाशी अभियान में सुरक्षाबलों का पूरा प्रयास था कि वे दोनों को जिंदा पकड़े।
श्रीनगर, जेएनएन : कश्मीर के जिला बांडीपोरा में आतंकी हमले की योजना बना रहे लश्कर-ए-तैयबा के दो आतंकवादियों को सुरक्षाबलों ने भारी हथियारों व गोलाबारूद के साथ गिरफ्तार कर लिया है। ये दोनों आतंकी गुंडबल नर्सरी हाजिन बांडीपोरा में छिपे हुए थे। पुलिस अधिकारी ने दोनों आतंकियों के पकड़े जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि इन दोनों के पकड़े जाने से एक बड़ी वारदात को घटने से पहले ही रोक दिया गया। दोनों आतंवादियों से पूछताछ की जा रही है।
हाजिन पुलिस स्टेशन से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें यह सूचना मिली कि गुंडबल नर्सरी हाजिन में दो आतंकवादी देखे गए हैं, जो हमले की योजना बना रहे हैं। उनके पास काफी हथियार भी हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने सेना की 13आरआर और सीआरपीएफ की 45 बटालियन के संयुक्त दल के साथ इलाके में पहुंच आतंकियों की तलाश शुरू कर दी। सूचना के आधार पर चलाए गए इस तलाशी अभियान में सुरक्षाबलों का पूरा प्रयास था कि वे दोनों को जिंदा पकड़े।
इससे पहले कि दोनों आतंकवादियों को इस तलाशी अभियान के बारे में पता चलता, सुरक्षाबलों ने दोनों को दबोच लिया। पकड़े गए आतंकवादियों की पहचान मुसैब अहमद मीर पुत्र अब्दुल रशीद मीर निवासी परिबाल हाजिन और अरफात फारूक वागे पुत्र फारूक अहमद वागे निवासी हाजिन के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि वे दोनों आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सक्रिय सदस्य हैं। संगठन ने उन्हें बांडीपोरा में कहीं भी हमले करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
सुरक्षाबलों द्वारा उनकी तलाशी लेने पर उनके कब्जे से एक एके-47, एक एके 56 राइफल, एके 47 की दो मैगजीन, एके 56 की दो मैगजीन, 49 जिंदा कारतूस, तीन किलोग्राम आरडीएक्स, एक रिमोट कंट्रोल, पांच हाइवोल्टेज मरकरी बैटरी, एक आइईडी फ्यूज, छह हरी प्लास्टिक की बोतल में भरा डेटोनेटर व अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
पुलिस ने बताया कि दोनों आतंकियों के खिलाफ हाजिन पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है। यह पता चलाया जा रहा है कि संगठन ने उन्हें लक्षित हमले करने या फिर सुरक्षाबलों को निशाना बनाने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इसके अलावा बांडीपोरा में संगठन से जुड़े दूसरे आतंकियों के बारे में भी पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।