विभाग ने आंखें मूंदी तो लोगों ने खुद ही कराई सड़क की मरम्मत
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जागरण संवाददाता, जम्मू : शहर में जिस तेजी से नए मोटर व्हीकल एक्ट पर कार्रवाई शुरू की गई है, वो तेजी सड़कों की मरम्मत व रखरखाव में नहीं दिखाई जा रही। जुर्माने तो वसूले जा रहे हैं लेकिन सड़कें नहीं बनाई जा रहीं। छन्नी स्थित प्रसिद्ध वेवमॉल के पास की सड़क इसकी ताजा मिसाल है। सड़क पानी में बह चुकी है। विभाग मूकदर्शक बना हुआ है। लोगों ने स्वयं जेब से खर्च कर यहां मिट्टी डालकर घरों तक पहुंचने की व्यवस्था की है। इतना ही नहीं पॉश छन्नी हिम्मत की बीच की सड़कें भी बदहाल हैं।
सड़कों की दयनीय हालत सरकार के नए मोटर व्हीकल एक्ट को सख्ती से लागू करने के दोहरे मापदंडों पर कटाक्ष कर रही है। नए एक्ट के तहत खराब सड़कों को बनाने, गुणवत्ता से समझौता करने पर दोषी ठेकेदारों के खिलाफ एक लाख रुपये तक के जुर्माने की सजा का प्रावधान है। अफसोस की बात है कि फिलहाल सड़कों की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। वेवमॉल के साथ करीब बीस फुट चौड़ी सड़क पिछले एक साल से बार-बार खराब हो रही है। इसे पक्का तक नहीं करवाया जा रहा है। मुख्य सड़क पर नालियों की सही निकासी नहीं होने के कारण बरसात का पानी सड़क पर जाता है। ढलान होने के कारण यह बह जाती है। इससे मोहल्ले वाले तो बेहाल हैं ही, दुकानदार, व्यापारी भी परेशान हैं। उनका कहना है कि बिना देरी इस सड़क को पक्का करते हुए इसके किनारों पर नालियां बनाई जाएं ताकि यह बार-बार बहे नहीं। छन्नी में मुख्य सड़कों को छोड़ बीच की सड़कों की हालत खस्ता है।
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बड़ी हैरानी होती है कि सरकार बड़े-बड़े चालान काटने से पहले सड़कों को नहीं बना पाई। सड़कों की हालत पहले ठीक की जानी चाहिए थी। वेवमॉल के पास की सड़क बदहाल हो गई हैं। यहां गाड़ियां नहीं आ पातीं।
-प्रकाश सिंह सड़कों की बदहाली के लिए सरकारी तंत्र जिम्मेवार है। होना तो यह चाहिए कि पहले अच्छी सड़कें दी जाएं फिर टैक्स लगाए जाएं। ऐसा नहीं हो रहा। जुर्माने तो हजारों में कर दिए गए लेकिन सड़कों को नहीं सुधारा गया।
-राजू छन्नी हिम्मत में सड़कों की हालत पतली है। कोई परवाह नहीं करता। अधिकारी मौके पर नहीं आते। सड़क पर छोटी गाड़ियां, टू-व्हीलर नहीं चल पा रहे। इसे ठीक करवाया जाना चाहिए। अन्य सड़कों पर भी तारकोल डाल लोगों को सुविधा दी जाए।
-प्रेम सिंह चानन
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वर्जन
बरसात के बाद ही सड़कों की हालत सुधारी जानी है। हमने कई सड़कों के टेंडर कर दिए हैं। बारिश रुकने के बाद सभी सड़कों की हालत सुधारी जाएगी। लोग भी अधिकारियों को अपनी सड़कों के बारे में बताएं ताकि इनके लिए एस्टीमेट बनाए जा सकें। रही बात जुर्माने की तो फिलहाल सड़क टूटी होने के लिए किसी को जुर्माना नहीं किया गया। अलबत्ता ठेकेदार सड़क निर्माण में गुणवत्ता नहीं बरतता तो उस पर जुर्माना किया जाता है।
-एनडी ख्वाजा, एसई, पीडब्ल्यूडी, जम्मू