वैष्णो देवी भवन के त्रिकुटा पर्वत पर 15 वर्ष बाद मार्च में बर्फबारी
पिछले दो दिनों से राज्य में मौसम के मिजाज बिगड़े हुए हैं। वीरवार को पंद्रह साल बाद मार्च में त्रिकुटा पर्वत पर बर्फबारी हुई।
कटड़ा, संवाद सहयोगी। पिछले दो दिनों से राज्य में मौसम के मिजाज बिगड़े हुए हैं। वीरवार को पंद्रह साल बाद मार्च में त्रिकुटा पर्वत पर बर्फबारी हुई। यात्रा सुचारु रही, लेकिन हेलीकॉप्टर व बेटरी कार सेवा प्रभावित रही। श्रद्धालु इस मौसम में बर्फबारी से उत्साहित होने के साथ हैरान भी हैं क्योंकि दो दिन पहले गर्मी बढ़ गई थी।
वीरवार तड़के पूरा भवन परिसर तथा त्रिकुट पर्वत बर्फ की सफेद चादर से लिपटा हुआ था। श्रद्धालुओं ने मां वैष्णो देवी के दर्शनों के साथ ताजे हिमपात का आनंद भी उठाया। बुधवार देर रात एकाएक त्रिकुट पर्वत तथा वैष्णो देवी भवन सहित कई स्थानों पर हिमपात शुरू हुआ। कटड़ा व आसपास के क्षेत्रों में जमकर ओलावृष्टि हुई। हिमपात भवन के साथ ही भैरों घाटी, सांझी छत, लंबी केरी, हिम कोटि तथा देवी द्वार आदि स्थानों पर हुआ।
भवन पर करीब तीन से चार इंच, भैरो घाटी आधा फीट, तथा त्रिकुट पर्वत की ऊंची चोटियों पर एक फीट बर्फ गिरी। जानकारों का कहना है कि करीब पंद्रह साल के बाद मार्च माह में हिमपात हुआ है। दोपहर मौसम में कुछ बदलाव हुआ और दिन भर धूप छांव का खेल जारी रहा। यात्रा में कोई खलल न पड़े इसके लिए भवन मार्ग के भूस्खलन क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन दल तथा श्राइन बोर्ड की टीमें तैनात की गई हैं।
वादी में बर्फबारी और बारिश से फिर बढ़ी ठंड
वादी के उच्च पर्वतीय इलाकों में रुक-रुककर बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में बारिश होने से जनजीवन प्रभावित रहा। बर्फबारी व बारिश होने से ठंड एक बार फिर लौट आई है। मौसम विभाग ने अगले चौबीस घंटे में कई स्थानों पर बर्फबारी व बारिश होने की संभावना जताई है। गौरतलब है कि पश्चिमी हवाओं के कारण मंगलवार से मौसम के मिजाज बिगड़े हुए हैं।
गुलमर्ग, सोनमर्ग, अफरवट, पवित्र गुफा, जोजिला दर्रा, जवाहर सुरंग और साधना पास के निकट दिनभर रुक-रुककर बर्फबारी होती रही। श्रीनगर समेत सभी निचले इलाकों में कभी तेज तो कभी भारी बारिश होती रही। श्रीनगर में अधिकतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस जबकि न्यूनतम तापमान 7.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जवाहर सुरंग के निकट बर्फबारी के बावजूद श्रीनगर-जम्मू हाईवे यातायात के लिए खुला रहा।
उच्च पर्वतीय इलाकों में हिमस्खलन का खतरा बरकरार है। प्रशासन ने बड़गाम, कुपवाड़ा, बारामुला, बांडीपोरा, अनंतनाग, शोपियां व गांदरबल के उच्च पर्वतीय इलाकों में रहने वाले लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है।