बाजार में गुणवत्तापूर्ण दवाइयां व खाद्य पदार्थ हो उपलब्ध : के विजय
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने राज्य में स्थापित ड्रग एंड फूड ट
राज्य ब्यूरो, जम्मू : राज्यपाल के सलाहकार के विजय कुमार ने राज्य में स्थापित ड्रग एंड फूड टे¨स्टग लेबोरेटरियों में सर्वोत्तम तकनीकों को अपनाने और आधुनिक उपकरणों को स्थापित करके उन्हें कार्यात्मक बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कंट्रोलर से यह सुनिश्चित बनाने के लिए कहा कि बाजार में केवल उच्च गुणवत्ता की दवाइयां और खाद्य पदार्थ ही उपलब्ध हों।
सलाहकार ने नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। सलाहकार ने ड्रग एंड फूड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन कार्यालय के दौरे के दौरान इसके कामकाज की समीक्षा करते हुए यह बात कही। इस मौके पर प्रमुख सचिव स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा अटल ढुल्लु व कंट्रोलर लोतिका खजुरिया भी मौजूद थे। इस मौके पर संगठन की कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला गया। इसके अलावा दवाइयों और खाद्य परीक्षण प्रयोगशालाओं के कामकाज को अलग से परीक्षण के लिए प्राप्त सैंपलों की संख्या, उपलब्धियों, संगठन को मजबूत बनाने के लिए पहल, प्रवर्तन ¨वग की भूमिका और कार्रवाई के विवरण के बारे में जानकारी दी गई।
अधिकारियों को संबोधित करते हुए, सलाहकार ने संगठन के समग्र कामकाज में सुधार के लिए और अधिक ईमानदारी से प्रयास करने के लिए कहा ताकि यह वास्तव में जिस तरह से होना चाहिए, उसमें योगदान करे। उन्होंने कहा कि सैंपल जांच को आसान बनाने, बड़ी मात्रा में अध्ययन के लिए सैंपल लेने की अनुमति देने के लिए आइटी हस्तक्षेप के साथ आधुनिक तकनीक को अपनाने की जरूरत है। उन्होंने कंट्रोलर को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि लैब में पड़े नए उपकरणों को उनके उपयोग के लिए जल्द स्थापित किया जाए। अदालत में मामलों की स्थिति पर भी संक्षिप्त चर्चा हुई और यह निर्देश दिया गया कि सबसे महत्वपूर्ण संवेदनशील मामलों पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि संगठन के भीतर एक उचित कानूनी प्रकोष्ठ होना चाहिए ताकि ऐसे सभी मामलों को उनके तार्किक निष्कर्ष पर ले जाने पर ध्यान दिया जा सके। उन्होंने ड्रग एवं फूड कंट्रोल के इंस्पेक्टरों की भूमिका पर भी चर्चा की। सलाहकार को बताया गया कि किस प्रकार सैंपल उठाकर उन्हें जांच के लिए भेजा जाता है। इस दौरान संगठन में स्टाफ की कमी, इसे मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त फंड और भर्ती नियमों में संशोधन पर भी बातचीत हुई। सलाहकार ने ड्रग लैब का भी निरीक्षण किया।