खेल केंद्र के रूप में चमकेगा नया लद्दाख, तीरंदाजी, एथलेटिक्स और आइस हॉकी के हाई आल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर बनेंगे
केंद्रीय खेल मत्रालय ने अपने अधिकारियों के एक दल को लद्दाख में प्रस्तावित खेल प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना के लिए उचित स्थानों को चिन्हित करने का जिम्मा सौंपा है।
श्रीनगर, नवीन नवाज। केंद्र सरकार ने बर्फीले रेगिस्तान के नाम से प्रसिद्ध लद्दाख को एक बड़े खेल केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना पर काम शुरू कर दिया है। लेह और कारगिल में एशियाई और ओलंपिक खेलों में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के लिए हाई आल्टीट्यूड ट्रेङ्क्षनग सेंटर बनाए जाएंगे। फिलहाल, उत्तरी भारत में सिर्फ हिमाचल प्रदेश के शिलारू में ही ऐसा एक केंद्र है। इसके लिए केंद्र सरकार अगले बजट में एक विशेष प्रावधान करने जा रही है।
राज्य प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि 31 अक्टूबर के बाद देश के नक्शे में एक नए केंद्र शासित राज्य के रूप में सामने आ रहे लद्दाख को केंद्र सरकार एक बड़े खेल केंद्र के रुप में विकसित करना चाहती है। इसलिए लद्दाख में नेशनल स्पोट्र्स फेडरेशन और लद्दाख स्वायत्त पर्वतीय विकास परिषद लेह व कारगिल के साथ विचार विमर्श कर ब्लू प्रिंट तैयार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि लद्दाख में तीरंदाजी, एथलेटिक्स और आईस हॉकी के खिलाडिय़ों के लिए हाई आल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन सेंटरों में ट्रेङ्क्षनग से संबंधित खिलाडिय़ों के शारीरिक दमखम में बढ़ोतरी होती है। उनका स्टेमिना बढ़ाया जाता है। इस ट्रेनिंग में खिलाड़ियों के रक्त में आरबीसी की बढ़ोतरी होती है जो खिलाड़ियों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। एशिया, ओलंपिक और राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने वाले खिलाडिय़ों के लिए यह ट्रेनिंग अहम मानी जाती है।
अधिकारी ने बताया कि लद्दाख में तीरंदाजी परंपरागत खेल भी है। देश के अन्य भागों में भी यह लोकप्रिय है। विदेशों में होने वाली प्रतियोगिताओं में अक्सर देखा गया है कि हमारे तीरंदाज तेज हवाओं के झोंकों के बीच अक्सर चूक जाते हैं। लद्दाख में उनकी यह कमजोरी दूर होगी, क्योंकि यहां भी हवाएं तेज चलती हैं। इसके अलावा पोलो भी लद्दाख में बहुत लोकप्रिय है। पोलो के लिए एक नए डेस्टिनेशन के तौर पर विकसित करने की योजना पर भी काम का रहा है। केंद्रीय खेल मत्रालय ने अपने अधिकारियों के एक दल को लद्दाख में प्रस्तावित खेल प्रशिक्षण संस्थानों की स्थापना के लिए उचित स्थानों को चिन्हित करने का जिम्मा सौंपा है। यह दल लद्दाख का एक दौरा भी कथित तौर पर कर चुका है और अगले माह दोबारा आने वाला है।
निजी निवेश की संभावना भी तलाशी जा रही
अधिकारियों ने बताया कि लद्दाख को स्पोट्र्स हब बनाने के लिए केंद्र सरकार निजी निवेश की भी संभावनाएं तलाश रही है। इसके लिए देश के कई नामी व्यापारिक घरानों से संपर्क किया जा रहा है। निजी क्षेत्र के साथ प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप के आधार पर केंद्र सरकार लद्दाख में हाई आल्टीट्यूड ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करना चाहती है। इसके साथ ही केंद्र सरकार ने संबधित अधिकारियों और विशेषज्ञों को निर्देश दिया है कि वह लददाख प्रांत की भौगोलिक संरचना को ध्यान में रखते हुए स्थानीय पर्यावरण के अनुकूल की योजनाओं को लागू करें।