Jammu Kashmir: हीमोफीलिया के मरीजों की देशभर में एक जैसे इलाज की सुविधा होनी चाहिए
हीमोफीलिया के मरीजों को देश भर में एक जैसे इलाज की सुविधा होनी चाहिए। अभी हर प्रदेश में मरीजों के लिए सुविधा है। हर जगह अपने-अपने स्तर पर सरकारों ने सुविधाएं दी हैं लेकिन एक ही बीमारी से जूझ रहे मरीजों को सुविधाएं भी दी जानी चाहिए।
जम्मू, राज्य ब्यूरो। हीमोफीलिया के मरीजों को देश भर में एक जैसे इलाज की सुविधा होनी चाहिए। अभी हर प्रदेश में मरीजों के लिए सुविधा है। हर जगह अपने-अपने स्तर पर सरकारों ने सुविधाएं दी हैं लेकिन एक ही बीमारी से जूझ रहे मरीजों को सुविधाएं भी दी जानी चाहिए। एक भारत, श्रेष्ठ भारत का सपना भी इससे साकार होगा। यही नहीं जिला स्तर पर मरीजों को इलाजकी सुविधा भी होनी चाहिए। यह बात हीमाफीलिया फेडरेशन आफ इंडिया द्वारा उत्तर भारत के प्रदेशों के लिए आयोजित एडवोकेसी वर्कशाप में वक्ताओं ने कही।
इसमें जम्मू-कश्मीर मेडिकल सप्लाई कारपोरेशन के प्रबंध निदेशक और न्यू मेडिकल कालेजिस जम्मू-कश्मीर के डायरेक्टर कोआर्डिनेटर डा. यशपाल शर्मा मुख्य अतिथि थे।डा. यशपाल शर्मा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में इस समय 11 सरकारी और निजी मेडिकल कालेज हैं और उन सभी में दवा उपलब्ध करवाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में हीमाेफीलिया के मरीजों को पहले की अपेक्षा अब अच्छी सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन्हें और बेहतर बनाने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यहां की भौगोलिक स्थिति को देखते हुए मरीजों को उनके द्वार पर इलाज की सुविधा जरूरी है लेकिन जब सभी मेडिकल कालेजों में सुविधा हो जाएगी तो समस्या का समाधान भी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि कई बार खरीदारी में विवाद उत्पन्न होने के कारण देरी होती है। अन्यथा मरीजों को चौबीस घंटे दवा उपलब्ध करवाने का प्रयास होता है।
हीमोफीलिया फेडरेशन आफ इंडिया के राष्ट्रीय प्रधान प्रेम रूप ने देश भर में हीमोफीलिया के मरीजों को उपलब्ध सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बेहतर काम करने के लिए हीमोफीलिया के जम्मू चैप्टर की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि पूरे भारत में एक जैसे इलाज की सुविधा उपलब्ध होनी चाहिए। हीमेाफीलिया फेडरेशन आफ इंडिया के उपप्रधाान वित्त जगदीश शर्मा ने जम्मू में मरीजों के इलाज में फैक्टर 9 की कमी का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि सरकार के सहयोग के साथ मरीजों को हर संभव सुविधा मूिले ताकि किसी भी मरीज को कोई परेशानी न हो। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के सभी जिलों में सुविधा उपलब्ध करवाने की मांग की।
वहीं हीमोफीलिया फेडरेशन आफ इंडिया के उपप्रधान डेवलपमेंट दीपक सिंघल और रीजनल काउंसिल के चेयरमैन बाबू लाल पुरोहित ने उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में हीमोफीलिया के मरीजों की स्थिति पर अपने विचार रखे। इस वर्कशाप में उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों से हीमोफीलिया के 25 चैप्टर के पदाधिकारी भा ले रहे हैं। वर्कशाप रविवार को संपन्न होगी।