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सुनिश्चित हो स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा : हाईकोर्ट

जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। बेंच ने उन्हें कोरोना से लड़ते समय अपने बचाव के लिए जरूरी हर आवश्यक उपकरण व सामग्री मुहैया करवाने का निर्देश दिया है। बेंच ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी इस समय आठ घंटे की ड्यूटी नहीं कर रहे वो दिन-रात मानव सेवा में लगे हैं।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Apr 2020 05:03 AM (IST)Updated: Sun, 05 Apr 2020 05:03 AM (IST)
सुनिश्चित हो स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा : हाईकोर्ट
सुनिश्चित हो स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा : हाईकोर्ट

जेएनएफ, जम्मू : जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट की डिवीजन बेंच ने कोरोना वायरस से लड़ रहे स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए हर आवश्यक कदम उठाने का निर्देश दिया है। बेंच ने उन्हें कोरोना से लड़ते समय अपने बचाव के लिए जरूरी हर आवश्यक उपकरण व सामग्री मुहैया करवाने का निर्देश दिया है। बेंच ने कहा कि स्वास्थ्य कर्मी इस समय आठ घंटे की ड्यूटी नहीं कर रहे, वो दिन-रात मानव सेवा में लगे हैं। वो अपने घरों में भी नहीं जा रहे। ऐसे में उनके परिजनों की भी कई जरूरतें व दिक्कतें होंगी। इनका ध्यान रखना भी सरकार का दायित्व है, लिहाजा कुछ गैर सरकारी संस्थाओं व स्वयंसेवियों की टुकड़ियां बनाई जाएं, जो स्वास्थ्य कर्मियों के परिजनों की जरूरतों को पूरा करें व इस बात को सुनिश्चत करें कि उन्हें इस दौरान कोई दिक्कत पेश न आए। बेंच ने कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए उचित कदम उठाने की मांग को लेकर दायर जनहित याचिका में सुनवाई के दौरान यह निर्देश दिए। जरूरत हो तो सुरक्षा के साथ अस्पताल की कैंटीन खोलें

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डिवीजन बेंच में चीफ जस्टिस गीता मित्तल व नवनियुक्त जस्टिस रजनीश ओसवाल ने वीडियो कांफ्रेंस से केस की सुनवाई करते हुए कहा कि इस समय डॉक्टर, नर्से, पैरा-मेडिकल स्टाफ, तकनीकी विशेषज्ञ और सफाई कर्मचारी तक अस्पतालों में मोर्चा संभाले हुए हैं। ऐसे में इन लोगों की सुरक्षा में कोई कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। बेंच ने ड्यूटी दे रहे इन स्वास्थ्य कर्मियों के उचित खाने-पीने का प्रबंध करने का भी निर्देश दिया। बेंच ने स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए कि अगर जरूरत हो तो इन अस्पतालों में तमाम नियमों का पालन करते हुए कैंटीन या रसोई घरों को खोला जाए। बेंच ने कहा कि इन स्वास्थ्य कर्मियों में से कुछ के परिजनों में बुजुर्ग व बीमार भी होंगे, उनकी देखभाल के उचित प्रबंध किए जाएं ताकि ये स्वास्थ्य कर्मी परिवारों की चिता से मुक्त होकर अपना कार्य कर सकें। बेंच ने समाज कल्याण विभाग को इस तरह के प्रबंध कर अगले सप्ताह रिपोर्ट पेश करने का निर्देश दिया।


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