लद्दाख के दूरदराज इलाकों में फंसे लोगों को मंजिल तक पहुंचा रहे हेलीकाप्टर
फंसे हुए लोगों को दूरदराज इलाकों तक पहुंचाने से पहले वहां हेलीपेड पर जमी बर्फ को हटाने का अभियान चला। इसके बाद हेलीकाप्टर वहां पर उतारा गया। लद्दाख प्रशासन ने दिसंबर महीने में ही दूरदराज इलाकों के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की सारी तैयारी कर ली थी।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के दूरदराज इलाकों में बर्फबारी से उपजे हालात में फंसे लोगों को हेलीकाप्टर से मंजिल तक पहुंचाया जा रहा है। बुधवार को लेह के दूरदराज इलाकों में फंसे कुल 18 लोगों को पवनहंस हेलीकाप्टर से घरों तक पहुंचाया गया। बर्फबारी से सड़कें बंद हो जाने के बाद प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था से फंसे 14 यात्रियों को लेह से लिंगशेड गांव तक पहुंचाया गया। वहीं चार लोगों को सिंगे ललाक ब्याल के युलचुंग गांव तक पहुंचाया गया।
फंसे हुए लोगों को दूरदराज इलाकों तक पहुंचाने से पहले वहां हेलीपेड पर जमी बर्फ को हटाने का अभियान चला। इसके बाद हेलीकाप्टर वहां पर उतारा गया। लद्दाख प्रशासन ने दिसंबर महीने में ही दूरदराज इलाकों के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की सारी तैयारी कर ली थी। अब जोजिला बंद होने के बाद लद्दाख के लेह व कारगिल जिलों के लिए हेलीसेवा शुरू हो गई है। यह सारी कार्यवाही जिला प्रशासन की देखरेख में चलाई रही है। जरूरत पड़ी बर्फबारी में फंसे लोगों को निकालने के लिए भारतीय वायुसेना की भी मदद ली जा सकती है।
तेजी से बदल रहे लद्दाख में इस समय बेहतर डिजीटल संपर्क के साथ हवाई संपर्क को बेहतर बनाने की मुहिम जारी है। गत दिनों क्षेत्र में 19 दूरदराज इलाकों में हेलीकाप्टर सेवा के ट्रायल हुए थे। इस समय लद्दाख में चार नए एयरपोर्ट और 37 हेलीपैड बनाने के लक्ष्य को हासिल करने की दिशा में काम हो रहा है। दूरदराज इलाकों में हेलीसेवा के ट्रायल कामयाब रहने के बाद लोगों को इनका लाभ मिलने लगा है। नए हेलीपैड बनने से केंद्र शासित प्रदेश में टूरिज्म को तो बढ़ावा मिलने के साथ प्राकृतिक आपदाओं के दौरान भी वहां तक राहत अभियानों में भी तेजी आएगी।