घाटी में अमन कायम होने लगा रहे राज्यपाल शासन
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : भारतीय किसान संघ के पूर्व राज्य महासचिव व किसान नेता सुभाष दसगो˜
संवाद सहयोगी, मीरां साहिब : भारतीय किसान संघ के पूर्व राज्य महासचिव व किसान नेता सुभाष दसगोत्रा ने कहा कि जब तक घाटी से आखरी आंतकी का खात्मा नहीं किया जाए तब तक राज्य में राज्यपाल शासन ही लगा रहना चाहिए।
गांव गाजिया में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि जब से राज्य में राज्यपाल शासन लगाया गया है घाटी का माहौल भी अब बदलने लगा है जो पत्थरबाज पहले सुरक्षाबलों पर पथराव कर रहे थे। वह अब सेना को देख दुम दबाकर भाग रहे हैं। घाटी में किसी भी कीमत पर शांति स्थापना करने के लिए राजनीतिक दलों को राजनीति करने से बाज आना चाहिए, तभी घाटी में अमन चैन कायम हो सकता है। केंद्र सरकार को घाटी के अलगाववादियों पर भी शिकंजा कसना चाहिए। उन्हें जेल में डाल कर रखा जाए, जिससे वह लोगों को भड़का न सकें।
किसान नेता ने कहा कि राज्यपाल शासन के अधीन पंचायती चुनाव भी जल्द कराए जाने चाहिए, जिससे लोकतंत्र को जमीनी सत्ता पर मजबूत बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस नेता अनाप-शनाप बयान जारी कर घाटी का माहौल खराब करने की कोशिश में लगे हैं उनके खिलाफ भी देशद्रोह का मामला दर्ज करना चाहिए। इस अवसर पर रमन चौधरी, सुनील शर्मा, रंजीत कुमार आदि भी उपस्थित थे।