गुलाम नबी आजाद बने डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के चेयरमैन, संभागीय व जोनल आधार पर बनेगी कमेटियां
पार्टी में चेयरमैन का पद ही सर्वोच्च होगा। पार्टी में प्रधान का पद नहीं होगा। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के संस्थापक सदस्यों में 600 सदस्यों को शामिल किया गया है। पार्टी की संभागीय जोनल व ब्लाक स्तर पर कमेटियां बनेगी। पार्टी के संविधान का मसौदा तैयार हो गया है।
जम्मू, राज्य ब्यूरो : गुलाम नबी आजाद की नई पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी का चेयरमैन गुलाम नबी आजाद को बनाया गया है। पार्टी में चेयरमैन का पद ही सर्वोच्च होगा। पार्टी में प्रधान का पद नहीं होगा। डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी के संस्थापक सदस्यों में 600 सदस्यों को शामिल किया गया है। पार्टी की संभागीय, जोनल व ब्लाक स्तर पर कमेटियां बनेगी। पार्टी के संविधान का मसौदा तैयार हो गया है। तीन दिवसीय दौरे के बाद आज दोपहर बाद जम्मू पहुंचे गुलाम नबी आजाद ने जम्मू के सैनिक कालोनी में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं व कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की।
बैठक में सर्वसम्मति से गुलाम नबी आजाद को डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी का पहला चेयरमैन नियुक्त कर लिया गया। आजाद ने समर्थन देने के लिए सभी का सहयोग जताया। पार्टी में दो संभागीय कमेटियां व छह जोनल सदस्यीय कमेटियां का गठन होगा। इसमें जम्मू संभाग व कश्मीर संभाग की कमेटी बनेगी। जोनल कमेटियों में तीन कमेटियां जम्मू व तीन ही कश्मीर में बनेगी। इसमें जम्मू संभाग में पीर पंचाल, चिनाब घाटी व जम्मू की जोनल कमेटी बनेगी। कश्मीर संभाग में उत्तरी कश्मीर, दक्षिण कश्मीर व मध्य कश्मीर की कमेटियां बनेगी। इनके बाद जोनल कमेटियों का गठन किया गया।
बैठक में सभी ने हाथ खड़ा करके आजाद को पार्टी का चेयरमैन की जिम्मेदारी देने की सहमति प्रदान की। गुलाम नबी आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दिया था और ठीक एक महीने के बाद जम्मू में पहले नवरात्र पर नई पार्टी की घोषणा की। पार्टी का नाम घोषित करने के बाद वह कश्मीर गए और तीन दिन तक कश्मीर में विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात की। आज उन्हें चेयरमैन बना दिया गया। वह शनिवार को दिल्ली लौट जाएंगे। उसके बाद पदाधिकारियों की नियुक्ति पर बैठक होगी।
कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि हमें अपनी नई पार्टी को मजबूत करने के लिए मिलजुल कर काम करना है। उन्होंने कहा कि पार्टी का एजेंडा पहले ही साफ हो चुका है। हम जम्मू कश्मीर का पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करवाने, भूमि व नौकरियों के अधिकार सुरक्षित करने के लिए संघर्ष किया जाएगा। उन्होंने आज फिर दोहराया कि महाराजा हरि सिंह दूरदर्शी थे जिन्होंने नौकरियां व भूमि के अधिकार सुरक्षित रखने के लिए स्टेट सब्जेक्ट लाया था। आजाद ने कहा कि हमें किसी पार्टी व नेता की आलोचना नहीं करनी है।