जीसीईटी जम्मू ने ऑनलाइन कार्यशाला कर अच्छे निर्माता, उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया
अपने अनुभव साझा किए और मुद्दों पर चर्चा करते हुए नए जमाने के उद्यमियों के सामने चुनौतियाें को भी उजागर किया।इस बात पर भी चर्चा हुई कैसे उद्यमिता से देश का विकास संभव है। कैसे इससे भारत आत्मनिर्भर बन सकता है।
जम्मू, जागरण संवाददाता : स्टार्ट-अप सेल गवर्नमेंट कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नालॉजी जम्मू जीसीइटी की ओर से ऑन लाइन कार्यशाला का आयोजन कर विद्यार्थियों को अच्छे निर्माता, उद्यमी बनने के लिए प्रेरित किया गया। इस एक दिवसीय कार्यशाला का विषय था एक परिवर्तन निर्माता बने, एक उद्यमी बन कर मील का पत्थर स्थापित करेंं।कार्यशाला का आयोजन एसीआईसी राइज एसोसिएशन की ओर से प्रिंसिपल डा. समेरू शर्मा के संरक्षण में किया गया।
कार्यकारी अधिकारी, एसीआईसी राइज एसोसिएशन और परमजीत सिंह, संस्थापक और निदेशक आरसीईडी चंडीगढ़ ने उद्यमिता के संबंध में चर्चा पर ध्यान केंद्रित किया।जिसमें आवश्यकताएं, विभिन्न बाधाएं जो एक उद्यमी के रास्ते को रोकती हैं और विभिन्न पहलू जो स्टार्ट-अप के भविष्य को आकार देते हैं। वीणा हनमसागर ने उद्यमिता का महत्व और युवाओं के लिए खुले रास्ते और एसीआईसी राइज एसोसिएशन में उपलब्ध विभिन्न सुविधाओं के तहत भारत सरकार, नीति आयोग द्वारा समर्थित एआईएम मिशन पर चर्चा की।
रिसोर्स पर्सन परमजीत सिंह ने उद्यमिता के महत्व पर पर प्रकाश डालते हुए भारतीय उद्यमिता की सफलता की कहानी ध्यान केंद्रित किया।चर्चा के दौरान उन्होंने अपने अनुभव साझा किए और मुद्दों पर चर्चा करते हुए नए जमाने के उद्यमियों के सामने चुनौतियाें को भी उजागर किया।इस बात पर भी चर्चा हुई कैसे उद्यमिता से देश का विकास संभव है। कैसे इससे भारत आत्मनिर्भर बन सकता है।
प्रधानाचार्य जीसीईटी, जम्मू डा. समेरू शर्मा ने बाजार में कमियों को पहचानने की आवश्यकता पर बल दिया और कहा कि खुले बाजार में स्ट्रगलर को सफलता से कोई नहीं रोक सकता। उन्होंने वक्ताओं द्वारा दिया गया मार्गदर्शन और आयोजन दल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी कार्यशाला का विद्यार्थियों को जरूर लाभ होगा।