Kulgam Encounter : सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ के साथ सिलेंडर के गोदाम में लगी आग पर पाया काबू
Kulgam Encounter मारे गए दोनों आतंकी मोहम्मद शफी गनई और मोहम्मद यावर वानी उर्फ मोहम्मद आसिफइसी वर्ष आतंकी बने थे। कुलगाम जिले में बीते तीन दिनों में सुरक्षाबलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया है।
श्रीनगर, जेएनएन : दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में मंगलवार रात को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच उस समय विकट स्थिति पैदा हो गई, जब आतंकियों ने भागने के प्रयास में निकटवर्ती गैस के गोदाम पर ग्रेनेड फेंका और फायरिंग की। इससे गोदाम में आग लग गई और भीतर रखे सिलेंडर धमाकों के साथ फटने लगे, जो आसपास के क्षेत्र के लिए खतरा बन गए थे। सुरक्षाबलों ने दो आतंकियों को मार गिराने के साथ ही जी-जान लगाकर आग पर काबू पाया।
कुलगाम जिले के अहवटू में गत मंगलवार को पुलिस ने सेना की 34 आरआर और सीआरपीएफ की 18वीं वाहिनी के जवानों के साथ जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को मार गिराने का अभियान चलाया था। मुठभेड़ रात करीब दस बजे समाप्त हुई थी और इसमें दो स्थानीय आतंकी मोहम्मद शफी गनई और मोहम्मद यावर वानी उर्फ मोहम्मद आसिफ मारे गए हैं। इससे पहले सुरक्षाबलों ने आतंकियों को आत्मसमर्पण करने का भी मौका दिया था और इस दौरान एक सैन्यकर्मी भी जख्मी हुआ।
मुठभेड़ स्थल के साथ ही था गैस सिलेंडर गोदाम : संबंधित पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिस जगह आतंकी छिपे थे, वहीं पास में एक शेड में रसोई गैस सिलेंडर का गोदाम भी था। हालांकि गोदाम ज्यादा बड़ा नहीं था। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों की फायङ्क्षरग में गोदाम में भी आग लग गई और फिर भीतर रखे सिलेंडर भी जोरदार धमाकों के साथ फटने लगे। इससे पूरे इलाके में भय फैल गया। आसपास के मकानों में भी आग का खतरा पैदा हो गया। सुरक्षाकर्मियों ने आतंकियों की फायङ्क्षरग का जवाब देते हुए आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इस दौरान दमकल कर्मी भी मौके पर पहुंच गए। आधी रात के बाद आग पर काबू पाया जा सका।
शफी और यावर इसी वर्ष आतंकी संगठन में हुए थे शामिल : मारे गए दोनों आतंकी मोहम्मद शफी गनई और मोहम्मद यावर वानी उर्फ मोहम्मद आसिफइसी वर्ष आतंकी बने थे। कुलगाम जिले में बीते तीन दिनों में सुरक्षाबलों ने दो अलग-अलग मुठभेड़ों में जैश के तीन आतंकियों को मार गिराया है। गत सोमवार को जैश का पाकिस्तानी कमांडर अबु हुरैरा मारा गया था। एडीजीपी कश्मीर विजय कुमार ने बताया कि उसे भी गिराने से पहले कई बार आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया परंतु जब उसने फायरिंग का सिलसिला जारी रखा तो सुरक्षाबलों ने उसे वहीं ढेर कर दिया। एडीजीपी ने बताया कि पाकिस्तानी आतंकवादी अबु कई हत्याओं में शामिल रह चुका है।